Jhrakhand Politics: सरयू राय ने फोड़ा ट्विटर बम, नाम लिए बगैर झारखंड के एक मंत्री को लपेटा, सवालों के धमाके से अफरातफरी
सरयू राय ने एकबार फिर ट्वीटर बम फोड़ा है। उन्होंने सवालों की झड़ी लगाते हुए किसी का नाम नहीं लिया है लेकिन सवालों के धमाके से ही सियासी एवं गैर सियासी हलके में अफरातफरी मच गई है। लोग सवालों की जद में आए चेहरों का बजाब्ता नाम ले रहे हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। सरयू राय को झारखंड की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। कहते हैं कि सरयू से जिसने सीधा पंगा लिया उसको इस शख्स ने सस्ते में नहीं छोड़ा। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास से नहीं बनी तो उनको उन्हीं के क्षेत्र में परास्त कर पांव पैदल कर दिया। सरयू राय ने एकबार फिर ट्वीटर बम फोड़ा है।
उन्होंने सवालों की झड़ी लगाते हुए किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन सवालों के धमाके से ही सियासी एवं गैर सियासी हलके में अफरातफरी मच गई है। लोग सवालों की जद में आए चेहरों का बजाब्ता नाम ले रहे हैं। लोग झारखंड सरकार के एक मंत्री का नाम ले रहे हैं। कह रहे हैं कि बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। जमशेदपुर के निर्दलीय विधायक ने ट्वीट किया है- बंद कांतिलाल अस्पताल में चल रहे एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक कौन हैं? क्या ये सरायकेला जिला के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के साले हैं, जहां फ़र्ज़ी मुक़दमा कर डाॅक्टर आनंद को जेल भेजा गया? क्या इस सेंटर में सत्ता पक्ष के एक रसूखदार नेता परिवार का पार्टनरशिप है? ये सवाल जवाब मांगते हैं।
बंद कांतिलाल अस्पताल में चल रहे एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक कौन हैं?क्या ये सरायकेला ज़िला के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के साले हैं,जहां फ़र्ज़ी मुक़दमा कर डा०आनंद को जेल भेजा गया?क्या इस सेंटर में सत्ता पक्ष के एक रसूखदार नेता परिवार का पार्टनरशिप है?ये सवाल जवाब माँगते हैं.— Saryu Roy (@roysaryu) May 24, 2021
सवालों की फेहरिश्त में डाॅक्टर आनंद एवं सरायकेला के उल्लेख मात्र से लोगों को यह समझते देर नहीं लगी कि माजरा क्या है। डाॅक्टर आनंद का पूरा नाम आेपी आनंद है आैर जमशेदपुर से सटे सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर स्थित १११ सेव लाइफ अस्पताल के संचालक हैं। सरायकेला के सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम अस्पताल में एक सप्ताह पूर्व जांच के लिए गइ थी। आरोप है कि डाॅक्टर आनंद ने टीम को जांच में सहयोग नहीें किया। बात तब बिगड गइ जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें डाॅक्टर आनंद विभागीय मंत्री को धमकी देते पाए गए। यही डाक्टर के गले की फांस बन गइ। केस दर्ज हुआ। ताबडतोड जांच शुरू हुइ। सरयू राय ने इस मामले पर शनिवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ध्यान खींचा था एवं मामले को खत्म कराने का आगह किया था।
रविवार रात में डाॅक्टर गिरफ्तार,सोमवार को घर पर छापेमारी
इसे संयोग कहें या कुछ आैर। सरयू के मुख्यमंत्री के नाम पत्र के बाद रविवार की रात ही आनन-फानन में डाॅक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। रात में ही कोरोना जांच कराइ गइ एवं सुबह होते ही मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के बाद न्यायिक हिरासत में सरायकेला जेल पहुंचा दिए गए। बात इससे भी आगे बढी। डाॅक्टर जेल पहुंचे आैर इधर, ड्रग विभाग की टीम डाॅक्टर के आदित्यपुर स्थित आवास पहुंच गइ। डाॅक्टर की कार से भारी मात्रा में दवा जब्त होने एवं एक नया केस दर्ज किए जाने की बात सामने आइ। छापेमारी की सूचना पर सरयू राय डाॅक्टर के आवास पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से कहा कि डाॅक्टर के खिलाफ ज्यादती हो रही है। वे इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करेंगे। हालांकि, सरयू राय ने तब भी मंत्री का नाम नहीं लिया।
कांग्रेस ने बोला सरयू पर हमला
सरयू के सवाल उठाने के बाद कांग्रेस उनपर टूट पडा। स्थानीय नेताआें ने जमकर सरयू राय की लानत-मनामत की। इसके बाद सरयू राय भी इत्मीनान से नहीं बैठे एवं ट्विटर बम दे मारा। इसके साथ ही झारखंड सरकार के एक मंत्री, उनके रिश्तेदार सभी सवालों के घेरे में खडे हो गए। देखना दिलचस्प होगा कि अब मामला कौन का रूख लेता है।