sandra Festival 2021: वन विभाग का छूटेगा पसीना, दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति ने भी लिया 24 को सेंदरा करने का निर्णय
sandra Festival 2021 दलमा राजा राकेश हेंब्रम 24 को सेंदरा करने का निर्णय पहले ही ले चुके हैं। अब दूसरी समिति दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति के सेंदरा के निर्णय के बाद वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पसीना छूटना तय है।
जमशेदपुर, जासं। दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति की बैठक आसनबनी गांव के टोला जामडीह में फकीर चंद्र सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस बैठक में दलमा में सेंदरा पर्व को लेकर विचार-विमर्श किया गया। सर्वसम्मत्ति से निर्णय लिया गया कि 23 मई को जामडीह पूजा स्थल पर सेंदरा पूजा की जाएगी।
24 मई को दलमा पहाड़ पर सेंदरा पारंपरिक नियम के अनुसार किया जाएगा। इसमें कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इस बैठक में दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति का पुनर्गठन भी किया गया। इसमें फकीर चंद्र सोरेन को अध्यक्ष, गुरु चरण सिंह को उपाध्यक्ष, मान सिंह मार्डी को कार्यकारी अध्यक्ष, सत्य नारायण मुर्मू को सचिव, डा. रुपाई मांझी को सह सचिव, सुखलाल पहाड़िया को मार्गदर्शक, कार्यकारिणी सदस्य के रूप में मनसा राम मांझी, मनोहर बेसरा, धनंजय पहाड़िया (पुजारी), देवेंद्र कर्मकार को शामिल किया गया है।
रास्ता छोडने की अपील
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि सेंदरा पूजा स्थल पर जाने के लिए पूजा स्थल के नीचे तरफ की जमींदारों से आग्रह किया जाएगा कि वे पांच-पांच फीट अपनी जमीन रास्ता हेतु छोड़ दें। बैठक में समिति के पूर्व अध्यक्ष भोला नाथ सोरेन, अमित बेसरा के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। मालूम हो कि दलमा राजा राकेश हेंब्रम 24 को सेंदरा करने का निर्णय पहले ही ले चुके हैं। अब दूसरी समिति के सेंदरा के निर्णय के बाद वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पसीना छूटना तय है।
झारखंड का अनोखा पर्व
सेंदरा झारखंड का अनोखा पर्व है। इसको लेकर खास मान्यताएं हैं। इस दिन आदिवासी समाज के पुरुष सदस्य जंगल में शिकार करने निकलते हैं।