Move to Jagran APP

Salary Management : वेतनभोगी के लिए कैश मैनेज करना बेहद जरूरी, जानिए इसके कारगर तरीके

Cash Management आप लाख कमा लें लेकिन अगर सही ढंग से खर्च नहीं करते हैं तो नुकसानदायक भी होता है। वेतन को किस तरह खर्च और कहां-कहां खर्च करना है यह भी एक कला होता है। आइए हम आज आपको कुछ उपाय बताएंगे जिससे राह आसान हो जाएगी।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 06:00 AM (IST)
Salary Management : वेतनभोगी के लिए कैश मैनेज करना बेहद जरूरी, जानिए इसके कारगर तरीके
वेतनभोगी के लिए कैश मैनेज करना बेहद जरूरी, जानिए इसके कारगर तरीके

जमशेदपुर : वेतनभोगी लोगों के लिए कैश मैनेज करना बेहद जरूरी है। जानिए इसके कारगर तरीके। आपको कैश मैनेजमेंट सीखना होगा। यह एक ऐसा कला है जिसमें एक बार महारत हासिल करने के बाद आप जीवन में सफलता हासिल कर लेंगे। आइए आज जानते हैं इस नकद प्रबंधन (Cash Managment) के सुनहरे नियम क्या है।

loksabha election banner

योजना बनाकर करें खर्च, समस्या का नहीं करना पड़ेगा सामना

एक वेतनभोगी व्यक्ति अपने महीने के खर्चे के लिए सैलरी पर निर्भर रहता है। हर महीने मिलने वाले वेतन के आधार पर अपने जीवन का बजट बनाते हैं। हालांकि ऐसा नहीं होना चाहिए। यदि आप समझदारी से अपने कैश को खर्च करने की योजना बनाएं तो इस तरह की समस्याओं का आपको सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसा करने के लिए आपको नकद प्रबंधन सीखना होगा। यह एक ऐसी कला है, जिसमें एक बार महारत हासिल करने के बाद आपको कभी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

नकद प्रबंधन के यह है नियम

बजट - अपने कैश फ्लो को मैनेज करने की दिशा में पहला कदम बजट बनाना है। यानि कैश फ्लो प्लान। अपने सभी खर्चों को अलग-अलग मद में बांटना चाहिए। जैसे मनोरंजन, शिक्षा और अन्य खर्च। इससे आपको अपने खर्च की प्राथमिकता तय करने में मदद मिलेगी। एक बजट अक्सर रोड मैप की तरह काम करता है।

क्रेडिट बनाम डेबिट - यह इस बात का माप है कि आपके पास क्या है, बनाम क्या बकाया है। यह तरीका आपको अपनी आय और व्यय के बीच एक संबंध विकसित करने में मदद करेगा। इससे आपको एसेट निर्माण और देनदारियों को कम करने में मदद मिलेगी।

लक्ष्य निर्धारण - अपने कैश फ्लो की योजना बनाते समय सबसे महत्वपूर्ण बात जो आपको करनी चाहिए। वह है लक्ष्य निर्धारित करना। टारगेट सेट करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप जहां होना चाहते हैं, उसे लिख लें। हमेशा ऐसे लक्ष्य निर्धारित करें जो निरंतर प्रदर्शन की मांग करे। अपनी प्रगति की समय पर जांच करते रहें। लक्ष्य निर्धारित करने से पहले आपको निम्नलिखित कारकों पर विचार करना चाहिए। जैसे - उम्र, स्वास्थ्य, आय, अल्पकालिक दायित्व, दीर्घकालिक दायित्व, कोई अन्य वित्तीय प्रतिबद्धताएं आदि।

सरप्लस पैसा - अच्छे कैश फ्लो मैनेजमेंट का मतलब है कि आपकी अगली सैलरी क्रेडिट होने से पहले ही आपके पास सरप्लस पैसा बचा है। आपको न केवल नकदी प्रवाह का प्रबंधन करना चाहिए बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इस बचे पैसे को कही निवेश कर रहे हैं। अपने पैसे का उपयोग करें, यह मत भूलिए अतिरिक्त आय केक पर एक चेरी की तरह है जिसे हम सभी पसंद करते हैं।

फिक्स खर्चों का बनाएं लिस्ट - आपको अपना वेतन प्राप्त करने के बाद दूसरे दिन फिक्स खर्चों की लिस्ट बनानी चाहिए। जैसे किराया, कामवाली, मासिक राशन की खर्च। यह आपको उस पैसे से योजना बनाने में मदद करेगा, जिसे या तो बचाया जा सकता है या निवेश किया जा सकता है या मनोरंजन पर खर्च किया जा सकता है।

अपने खर्चों पर रखें नजर - आपको अपने खर्चों पर नजर रखने की जरूरत है। कभी-कभी छोटी खरीदारी जल्दी जुड़ जाती है। जिससे यह बड़ी रकम बन जाती है। ऐसी संभावना है कि कोई अज्ञात आपात स्थिति आ जाए जो आपके खर्चों का एक बड़ा हिस्सा खा जाए।

यदि आप समय पर खर्चों को ट्रैक और नोट नहीं करते हैं तो आप अक्सर अपने बजट से अधिक खर्च करते हैं। हमेशा अपने खर्चों को वर्गीकृत करें और विश्लेषण करें कि खर्च को नियंत्रित करना कहां मुश्किल है। आप अपने फोन में कोई भी एप्लिकेशन इंस्टॉल करके खर्चों को ट्रैक भी कर सकते हैं।

अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए - आपको कोई भी नया और अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए। भले ही आपका वेतन आपको इसके लिए योग्य बनाता हो। कुछ लोग वास्तविक आवश्यकता से अधिक ऋण लेते पाए जाते हैं। आप अपने वेतन के कारण कर्ज को उचित ठहराते हैं। एक वित्तीय संस्थान केवल आपके वेतन और क्रेडिट रिपोर्ट को ध्यान में रखता है। आप इसका भुगतान कर सकते हैं या नहीं, यह आपके बजट के आधार पर निर्भर है। इसलिए जब तक आवश्यक न हो आपको किसी भी मासिक खर्च के लिए साइन अप नहीं करना चाहिए।

जरूरत पड़ने पर ही क्रेडिट कार्ड का करें उपयोग - जब भी हमारे पास पैसे खत्म हो जाते हैं तो हम आसानी से क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर लेते हैं। यह समझना आवश्यक है कि क्या हमे वास्तव में क्रेडिट कार्ड और उसकी सेवा से जुड़े ब्याज का भुगतान करने की आवश्यकता है। उन चीजों को खरीदने की आवश्यकता का मूल्यांकन करें जो अगले वेतन की प्रतीक्षा कर सकें। बहुत जरूरी होने पर ही क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपको अनावश्यक खर्चों से बचने में मदद मिलेगी।

कैश मैनेजमेंट की आदत करें विकसित - जैसे रोम एक दिन में नहीं बना था, वैसे ही कैश मैनेजमेंअ जैसी चीजें सीखने और इस तरह की आदत विकसित करने में समय लगता है। कैश मैनेजमेंट सीखना एक प्रक्रिया है ओर यह धीरे-धीरे ट्रैक पर आ जाएगा। स्वस्थ वित्तीय आदतों का विकास करें। यह आदत आपको अपने नकदी प्रवाह को बेहतर ढंग से प्रतिबंधित करने में मदद करेगी।

पैसों का बुद्धिमानी से करें उपयोग - आप अपने वेतन के पैसे का बुद्धिमारी से उपयोग करने का प्रयास करें। आप छूट, कूपन, बिक्री और ऑफर जैसे विकल्पों का पता लगा सकते हैं। जिनका उपयोग खरीदारी करते समय किया जाना चाहिए। आपके पैसे पर अधिकतम रिटर्न आपका आदर्श वाक्य होना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.