चार से चेते नहीं, क्या 40 का हो रहा इंतजार
साकची स्थित टाटा स्टील के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की दीवारें हादसे को दावत दे रही हैं। एमजीएम अस्पताल के सामने चार दिन पूर्व ही 20 फीट ऊंची दीवार गिरने से चार फल विक्रेता घायल हो गए थे। इसके बाद भी न तो प्रशासन चेत रहा है और न ही टाटा स्टील प्रबंधन कोई ठोस कदम उठा रहा है। नतीजा है कि दीवार के नीचे 40 से अधिक फल विक्रेता सहित अन्य दुकानदार अब भी डटे हुए हैं और सामानों की बिक्री कर रहे है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : साकची स्थित टाटा स्टील के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की दीवारें हादसे को दावत दे रही हैं। एमजीएम अस्पताल के सामने चार दिन पूर्व ही 20 फीट ऊंची दीवार गिरने से चार फल विक्रेता घायल हो गए थे। इसके बाद भी न तो प्रशासन चेत रहा है और न ही टाटा स्टील प्रबंधन कोई ठोस कदम उठा रहा है। नतीजा है कि दीवार के नीचे 40 से अधिक फल विक्रेता सहित अन्य दुकानदार अब भी डटे हुए हैं और सामानों की बिक्री कर रहे है।
अगर दोबारा दीवार गिरी तो फल विक्रेता के साथ-साथ ग्राहक भी दबे जाएंगे और मौत तक हो सकती है। दीवार पर उसे कमजोर होने की बात लिखि हुई है। इसपर किसी का ध्यान नहीं जाता है। इसकी अनदेखी कर दुकानें लगाई जा रही हैं। यहां शासन-प्रशासन की दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि जिस क्षेत्र में अतिक्रमण होगा उसका जिम्मेदार क्षेत्र के थाना प्रभारी होंगे। कुछ माह पूर्व ही यहां से अतिक्रमण हटाया गया था। इसके बावजूद दोबारा दुकानों का सज जाना गंभीर सवाल खड़ा करता है। किसके शह पर ये दुकानें बार-बार सज जाती है? बतातें चले कि दो वर्ष पूर्व भी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की दीवार गिरी थी। हालांकि उसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
--------
एमजीएम के आगे फिर सज गया अतिक्रमण
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आगे फिर से अतिक्रमण कर दुकानें सजा ली गई है। कुछ माह पूर्व ही तत्कालीन एसडीओ के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाया गया था और वहां पर पार्किग बनाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन अबतक पार्किग तो नहीं बना सका पर अतिक्रमण दोबारा हो गया।