RPF ने शुरू किया ऑपरेशन फॉर रीवर, कोविड की रोकथाम के लिए खास पहल
RPF launches Operation for River. दक्षिण पूर्व रेलवे की रेलवे आरपीएफ की मेडिकल टीम ने ऑपरेशन फॉर रीवर अभियान की शुरुआत की है। इआरपीएफ की टीम छोटे-छोटे स्टेशनों पर कोविड 19 से बचाव के लिए जागरूकता कैम्प का आयोजन कर रही है।
जमशेदपुर, जासं। कोविड 19 के सेकेंड वेब का प्रकोप देश भर में बढ़ता जा रहा है। अब सेकेंड वेब के संक्रमण से संक्रमित होने वाले केवल महानगर या छोटे शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि गांवों में रहने वाले भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। कोविड 19 के सेकेंड वेब के कारण कई शहरों में आशंकि लॉकडाउन सहित नाइट कर्फ्यू लगाए जा रहे हैं।
इसके कारण जो लोग गांव से काम की तलाश में शहर गए थे वे अब वापस अपने घर लौट रहे हैं। लेकिन लौटने के क्रम में वे अपने साथ कोविड 19 का संक्रमण भी लेकर पहुंच रहे हैं जिससे ग्रामीण जनता भी संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए दक्षिण पूर्व रेलवे की रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) की मेडिकल टीम ने ऑपरेशन फॉर रीवर अभियान के रूप में एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत आरपीएफ की टीम चक्रधरपुर, आद्रा, खड़गपुर और रांची मंडल के सभी छोटे-छोटे स्टेशनों पर कोविड 19 से बचाव के लिए जागरूकता कैम्प का आयोजन कर रही है।
लोगों को दी जा रही ये सलाह
इसमें स्थानीय सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर ग्रामीण जनता को बताया जा रहा है कि कोविड 19 से बचाव के लिए किस तरह से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। घर से बाहर निकलने पर अपने नाक को मास्क से ढ़कने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नहीं जाने, बाजार जाने पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दूसरों से दो गज की दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने की अपील की गई। साथ ही परिवार में जिसमें भी सर्दी, खांसी, बुखार सहित कोरोना के लक्षण दिखे तो उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाए। नहीं तो घर पर ही उन्हें अलग रखे और लगातार उन्हें गर्म पानी दें। बार-बार भाप दें। साथ ही संक्रमित मरीज को नीबू पानी का सेवन कराएं। आरपीएफ की टीम ने पोटका, जामदा, ओलीजारी, रोबगा, हाट गम्हरिया, राउरकेला, चांडिल सहित अन्य स्थानों पर इस तरह के कैम्प का आयोजन कर चुकी है। साथ ही ग्रामीणों के बीच मास्क का भी वितरण किया गया।