सड़क बनने से दो राज्यों के बीच व्यापार के खुलेंगे मार्ग, पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा Jamshedpur News
पर्यटन स्थल की ओर जाने वाली हर सड़क का बुरा हाल है। घाटशिला के फुलडूंगरी एनएच से बुरुडीह डैम होते हुए झांटीझरना जाने वाली सड़क जर्जर हो चुकी है।
घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), मंतोष मंडल। पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल की पहचान पर्यटन नगरी के रूप में है। यहां हर वर्ष हजारों लोग पहुंचते हैं। फिलहाल लॉकडाउन के बाद बंद है। लेकिन पर्यटन स्थल की ओर जाने वाली हर सड़क का बुरा हाल है। घाटशिला के फुलडूंगरी एनएच से बुरुडीह डैम होते हुए झांटीझरना जाने वाली सड़क जर्जर हो चुकी है।
बीहड़ इलाके के लोगों का आना-जाना भी इसी सड़क से है, चाहे प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय घाटशिला आना हो। सैलानियों भी इसी सड़क से होकर बुरुडीह व धारागिरी जाते हैं। 25 किलोमीटर की यह सड़क बंगाल को जोड़ती है। दोनों राज्यों के बीच व्यापार का एक सुगम मार्ग है। स्थानीय कृषक व व्यापारी आसानी से बंगाल व्यपार के लिए जा सकेंगे। सड़क बेहतर होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। सरकार व प्रशासन की उदासीनता के कारण सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। सांसद के प्रयास से लगभग 118 करोड़ रुपये का डीपीआर बना था। लेकिन फंड के अभाव में कार्य ठंडे बस्ते में चला गया है।
पर्यटन पर पड़ रहा असर
सड़क की जर्जरता का असर क्षेत्र के पर्यटन उद्योग पर पड़ रहा है। यहां सैलानियों की संख्या में कम आई है।
सीआरएस व एलडब्ल्यूई योजना के तहत प्रस्ताव देने की मांग
सड़क बनवाने की दिशा में सांसद कई बार पहल कर चुके हैं। सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण व निर्माण कार्य के लिए लगभग 118 करोड़ का बजट बनाया था। लेकिन फंड के अभाव के कारण पूरा नहीं हो सका। पथ निर्माण विभाग से सांसद ने कहा कि केंद्र के सेंट्रल रोड फंड (सीआरएस) या फिर अति नक्सल प्रभावित एरिया में उपयोग किए जाने वाले एलडब्ल्यूई फंड से सड़क को बनाया जा सकता है। इसके लिए राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजे। वे केंद्र सरकार के संबंधित विभाग से बात कर सड़क बनाने का प्रयास करेंगे।
कई वर्षों पूर्व बनी थी सड़क
सड़क को कई वर्ष पूर्व पीएमजीएसवाई योजना के तहत बनाया जा रहा था पर कई जगह अधूरा छोड़ दिया गया था। फिलहाल अब यह चलने लायक नहीं है।
ये कहते सांसद
फुलडूंगरी से बुरुडीह झांटीझरना तक सड़क निर्माण को लेकर पथ निर्माण विभाग के मुख्य सचिव से मिल चुका हूं। 118 करोड़ रुपये का प्राक्कलन भी बनाया गया था। फंड के अभाव के कारण राज्य सरकार सड़क नहीं बना रही है। पथ निर्माण विभाग निर्माण के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव दे। केंद्र के सीआरएस व एलडब्ल्यूई योजना के माध्यम से सड़क को बनाने का काम किया जाएगा।
-विद्युतवरण महतो, सांसद, जमशेदपुर।