Jharkhand Lockdown Effect: संपूर्ण लॉकडाउन के कारण सड़कें सुनसान, बाजार बंद; ये हाल है कोल्हान का
कोरोना पर काबू पाने की गरज से वीकेंड लाॅकडाउन का झारखंड के कोल्हान में प्रभावी असर है। सुबह से ही दुकानें बंद हैं एवं सडकों पर सन्नाटा है। पुलिस-प्रशासन तो सक्रिय है पर उसे ज्यादा मशक्कत करने की कोइ जरूरत नहीं पड रही है।
जमशेदपुर /पोटका, जेएनएन। कोरोना पर काबू पाने की गरज से वीकेंड लाॅकडाउन का झारखंड के कोल्हान में प्रभावी असर है। सुबह से ही दुकानें बंद हैं एवं सडकों पर सन्नाटा है। पुलिस-प्रशासन तो सक्रिय है पर उसे ज्यादा मशक्कत करने की कोइ जरूरत नहीं पड रही है।
रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से सड़कें वीरान रहीं व सभी दुकानों के शटर गिरे रहे। चारों तरफ सन्नाटा का माहौल रहा। कहीं कोई आदमी नजर नहीं आया। लॉकडाउन ग्रामीण क्षेत्र में भी सफल रहा है। लोगों ने संपूर्ण लॉकडाउन का पालन करते हुए अपना दिन गुजारा। लोग घरों में दुबके रहे। महज वैक्सीन व आवश्यक दवाइयां लेने वाले गिनती भर के लोग ही सड़क पर निकले। पुलिस की गश्त भी दिन भर जारी रही। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए झारखंड सरकार द्वारा शनिवार शाम के 5:00 बजे से सोमवार के सुबह के 6:00 बजे तक अगले 38 घंटे के लिए संपूर्ण लाॅकडाउन की घोषणा की गइ है जिसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है।
लोगों ने दिया मौन समर्थन
प्रशासन को किसी तरह की मशक्कत करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग स्वतः ही लॉकडाउन का समर्थन करते हुए अपनी-अपनी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि बंद रखे हैं। जिसके कारण सड़कें पूरी तरह से सुनसान हैं एवं बाजार बंद हैं l वही उड़ीसा - झारखंड बॉर्डर एवं हाता- राजनगर चेक पोस्ट पर पुलिसकर्मी तैनात हैं l कोरोना जांच के इंतजाम किए गए हैं। एक आेर जहां उड़ीसा सरकार द्वारा पहले से ही शनिवार और रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहने की वजह से झारखंड में वाहनों की आवाजाही पहले से ही कम रहती थी अब झारखंड सरकार के संपूर्ण लॉकडाउन के बाद उड़ीसा से झारखंड एवं झारखंड से उड़ीसा जानेवाले वाहन नहीं के बराबर चल रहे हैं। आवश्यक सेवाओं जैसे पेट्रोल पंप, दवा की दुकानें आदि खुले हुए हैं l ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने ठाना है कि कोरोना के चेन को तोड़ना है। इसी को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से ही एक भी दुकान नहीं खुली और न ही रास्ते में लोग नजर आ रहे हैं l रविवार होने से सभी अपने अपने घरों में छुट्टी मना रहे हैं।