जिला पार्षद के प्रयास से रूका रेलवे का अतिक्रमण हटाओ अभियान
रेलवे की जमीन पर वर्षो से कच्चा घर बनाकर रह रहे एक परिवार लोगों को खाली कराने पहुंचे रेल अधिकारियों एवं रेल पुलिस को जिला पार्षद आरती सामद के प्रयास से रोका गया। रेलवे की जमीन पर शंकर मन्ना सुखदेव सिंह एवं संजय माहली कई वर्षो से टाली एवं फूस का मकान बनाकर रह रहे थे..
संसू, धालभूमगढ़ : रेलवे की जमीन पर वर्षो से कच्चा घर बनाकर रह रहे एक परिवार लोगों को खाली कराने पहुंचे रेल अधिकारियों एवं रेल पुलिस को जिला पार्षद आरती सामद के प्रयास से रोका गया। रेलवे की जमीन पर शंकर मन्ना, सुखदेव सिंह एवं संजय माहली कई वर्षो से टाली एवं फूस का मकान बनाकर रह रहे थे। अतिक्रमण मुक्त करने के लिए रेल पुलिस पदाधिकारी महबूब आलम एवं रेलवे अधिकारी पीडब्ल्यूआइ एस दास ने बताया कि तीनों लोगों को साल भर पहले ही नोटिस दिया जा चुका है। सप्ताह भर पहले उन्हें मौखिक रूप से अपने घरों को खाली करने को कहा गया था। नहीं हटने पर रेल अधिकारी एवं आरपीएफ जवान घरों को ध्वस्त करने पहुंचे। इसके बाद अतिक्रमण कर रह रहे लोगों ने इसकी जानकारी पार्षद आरती सामद को इसकी जानकारी दी। जिला पार्षद ने रेल के एडीएन झाड़ग्राम से बात कर कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन लगने के बाद अचानक तीनों परिवार को उजाड़ना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने अतिक्रमण हटाओ अभियान को रोकने की बात कही। इसके बाद एडीएन के निर्देश पर एक मई तक अतिक्रमण हटाने का काम रोक दिया गया। डीएसपी व सीओ ने चलाया जांच अभियान, फल दुकान सील मुसाबनी डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, अंचल अधिकारी राम नरेश सोनी, थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार महतो पुलिस बल के साथ मुसाबनी बाजार ने जांच अभियान चलाया। इस क्रम में एक फल की दुकान पर बिना मास्क लगाकर ग्राहक खरीदारी कर रहे थे। इन दुकानदार को अधिकारियों ने कड़ी फटकार लगाते हुए दुकान को 24 घंटे के लिए सील कर दिया। दोनों अधिकारियों ने एक मेडिकल दुकानदार को भी कड़ी फटकार लगाई। बाइक पर दो लोगों को बैठाकर घूमने वालों को भी जमकर पुलिस जवानों ने खदेड़ा। सब्जी बाजार में दुकानदारों को निर्देश दिया कि एक निर्धारित समय के बीच ही दुकान खोलें और बंद करें नियम का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुसाबनी नंबर वन पोस्ट ऑफिस मैदान के आसपास दुकानों में भी जांच अभियान चलाया गया। जांच के दौरान पुलिस ने लोगों को मास्क, फेस कवर, हेलमेट की जांच की। हाथियों के झुंड ने फसलों को पहुंचाया नुकसान, किसान परेशान बुरुडीह डैम के आसपास पिछले चार दिनों से हाथियों के झुंड ने किसानों को परेशान कर रखा है। शाम होते ही गांव में हाथियों का उत्पात शुरू हो जाता है। मंगलवार की रात लगभग 20 हाथियों के झुंड ने कालचिति, पूर्णपानी, बांधडीह, चेंगजोड़ा, बनटोला, धोबनी, डोपकोडीह, बुरुडीह, हीरागंज, रामचंद्रपुर, मकड़ा कालापाथर आदि गांव में धान, गेहूं व सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचाया। पूरे कालचिति पंचायत में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। फसलों की रक्षा के लिए ग्रामीणों ने रातजगा कर हाथियों को भूतियाकोचा जंगल की ओर खदेड़ दिया। सूचना मिलते ही जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू ने प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने ग्रमीणो से कहा कि हाथियों से दूरी बनाए रखें। उन्होंने किसानों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। मौके पर रजत महतो, महेश्वर सिंह, विजय सिंह शामिल थे। जंगलों में पत्थर माफिया का कब्जा, जांच में जुटे वन विभाग के अधिकारी : वन क्षेत्र अंतर्गत कालचिती पंचायत स्थित बासाडेरा में अवैध पत्थर माफियाओं का कब्जा है। ग्रामीणों को रोजगार व पैसे का प्रलोभन देकर पत्थर माफिया प्राकृतिक संपदाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बासाडेरा के जंगलों में पत्थर माफिया अवैध खनन कर रहे हैं। सिर्प इतना ही नहीं, अंधेरे का फायदा उठाकर पत्थर माफिया पत्थरों को पश्चिम बंगाल समेत पड़ोसी राज्यों में ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं। आसना, भदुआ व कांड़ाडुबा की वन संपदा खतरे में हैं। रेंजर दिनेश सिंह ने बताया कि कुछ माह पूर्व भी वन विभाग की ओर से पत्थर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। विशेष टीम गठित कर दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।