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Ratan Tata : भारत के शीर्ष उद्योगपति व परोपकारी रतन टाटा अमीरों की सूची में काफी नीचे, आखिर क्या हो गया

Ratan Tata आप भी सुनकर चकरा गए होंगे। पर यह सौ फीसद सच है जनाब। अमीरों की सूची में रतन टाटा काफी नीचे हैं। कारण भी जानकर आश्चर्य करेंगे। क्योंकि रतन टाटा अर्जित धन को परोपकार में खर्च कर देते हैं। जानिए रतन टाटा से ऊपर कौन-कौन हैं...

By Jitendra SinghEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 07:15 AM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 07:15 AM (IST)
Ratan Tata : भारत के शीर्ष उद्योगपति व परोपकारी रतन टाटा अमीरों की सूची में काफी नीचे, आखिर क्या हो गया
भारत के शीर्ष उद्योगपति व परोपकारी रतन टाटा अमीरों की सूची में काफी नीचे, आखिर क्या हो गया

जमशेदपुर, जासं। हम सभी जानते हैं कि रतन टाटा के नेतृत्व वाली टाटा संस का साम्राज्य दुनियाभर में फैला है। रतन टाटा की संपत्ति करीब 3500 करोड़ रुपये तक है, फिर भी वे भारतीय अमीरों में काफी नीचे कैसे आ गए। आखिर क्या हो गया, कैसे हो गया...

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दरअसल, आइआइएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट-2021 ने अपने सर्वे में बताया है कि रतन टाटा से ऊपर 432 भारतीय अमीर हैं। यह एकबारगी किसी के गले से नहीं उतरेगा।

जिस व्यक्ति ने लगभग छह दशक तक भारत में सबसे बड़े व्यापारिक साम्राज्य का संचालन किया है और अभी भी अपनी कंपनियों पर बहुत अधिक प्रभाव रखता है, उसे शीर्ष 10 या 20 सबसे अमीर भारतीयों में तो होना ही चाहिए।

परोपकार की वजह से संपत्ति कम

मामला यह है कि रतन टाटा को जितनी कमाई होती है, वह उसका बड़ा हिस्सा परोपकार में दान या खर्च कर देते हैं। इसका कारण टाटा ट्रस्ट के माध्यम से टाटा द्वारा किए जाने वाले बड़े पैमाने पर परोपकारी कार्य हो सकते हैं। वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में रतन टाटा 433वें स्थान पर हैं। 2020 की सूची में रतन टाटा की रैंकिंग 6,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 198वें स्थान पर थी। हालांकि रिसर्च हाउस ने यह नहीं बताया है कि एक वर्ष में उनकी संपत्ति में भारी गिरावट क्यों आई है, जब इक्विटी तेजी से बढ़ी है।

अपनी कंपनी के शेयरों के स्वामित्व में रुचि नहीं दिखाई

टाटा ने कभी भी अपनी कंपनी के शेयरों का बहुत अधिक स्वामित्व नहीं लिया। जमशेदजी टाटा ने खुद संविधान बनाया था कि टाटा संस में जो कुछ भी उन्होंने अर्जित किया था, उसका अधिकांश हिस्सा टाटा ट्रस्ट को दान कर दिया गया था। बिल गेट्स के आने से बहुत पहले टाटा सबसे अग्रणी परोपकारी रहे हैं।

राकेश झुनझुनवाला

राकेश झुनझुनवाला व रामदेव अग्रवाल से भी कम संपत्ति

रतन टाटा सूची में 433वें स्थान पर रेज़र-पे के हर्षिल माथुर और शशांक कुमार, रॉसारी बायोटेक के एडवर्ड मेनेजेस और सुनील चारी, डीसीएम श्रीराम के श्रीराम बंधु और एन राधाकृष्ण रेड्डी और रेन इंडस्ट्रीज परिवार के साथ हैं। रतन टाटा की संपत्ति प्रसिद्ध दलाल स्ट्रीट निवेशक राकेश झुनझुनवाला (22,300 रुपये) और रामदेव अग्रवाल (4,400 करोड़ रुपये) से भी कम है।

नविल नोरोन्हा

एवेन्यू सुपरमार्ट के सीईओ इग्नेशियस नविल नोरोन्हा भी टाटा से ज्यादा अमीर

यहां तक ​​कि एवेन्यू सुपरमार्ट के सीईओ इग्नेशियस नविल नोरोन्हा भी टाटा से ज्यादा अमीर हैं। उनके पास 5,800 करोड़ रुपये की संपत्ति है। टाटा समूह का धातु और खनन, इंफार्मेशन टेक्नोलाजी, रिटेल मार्केट, ऑटो, हास्पिटलिटी, केमिकल, ट्रांसपोर्ट, यूटीलिटीज समेत कई अन्य क्षेत्रों में व्यापारिक साम्राज्य है। इसमें कम से कम 29 सूचीबद्ध कंपनियां और अधिक गैर-सूचीबद्ध कंपनियां हैं। अकेले सूचीबद्ध कंपनियों का मौजूदा बाजार पूंजीकरण 22,31,476.81 करोड़ रुपये है।


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