Moon of Ramadan 2020: इमारत-ए-शरिया की अपील, जुमा को देखें रमजान का चांद Jamshedpur News
Ramadan 2020. मदरसा फैजुल उलूम और इमारत-ए-शरिया ने सभी से जुमा को चांद देखने की अपील की है। चांद देखने के बाद इसकी सूचना इमारत-ए-शरिया और मदरसा फैजुल उलूम को दी जाएगी।
जमशेदपुर, जासं। Ramadan 2020 रमजान का चांद जुमा को दिखेगा। मदरसा फैजुल उलूम और इमारत-ए-शरिया ने सभी से जुमा को चांद देखने की अपील की है। चांद देखने के बाद इसकी सूचना इमारत-ए-शरिया और मदरसा फैजुल उलूम को दी जाएगी। इसके बाद चांद का एलान किया जाएगा। यदि, चांद दिख गया तो शनिवार यानि 25 अप्रैल को पहला रोजा होगा। चांद नजर नहीं आने से 26 अप्रैल को पहला रोजा होगा।
मदरसा फैजुल उलूम में गुरुवार को कमेटी की बैठक हो रही है। इस बैठक में रमजान को लेकर चर्चा होगी। शुक्रवार को झारखंड के जमशेदपुर शहर के मुफ्तियों की बैठक रखी गई है। इस बार लॉकडाउन के चलते रमजान को लेकर उतनी गहमा-गहमी नहीं है। फिर भी लोग रमजान की तैयारी में जुटे हैं। इफ्तार और सहरी का इंतजाम किया जा रहा है।
संस्थाएं बांट रही रमजान किट
लॉकडाउन में गरीबों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए कई संस्थाएं सामने आई हैं। ये संस्थाएं गरीबों को पूरा रमजान किट बांट रही हैं। इनमें इफ्तार और सहरी का सामान है। इस बार संस्थाएं गरीबों को पूरे एक महीने का राशन बांट रही हैं ताकि उन्हें रमजान में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो।
इफ्तार करने से पहले करें मुल्क के लिए दुआ
इमारत-ए-शरिया के काजी सऊद अहमद कासमी ने रोजेदारों से अपील की है कि वो रोजे में इफ्तार करने से 10 मिनट पहले देश के लिए दुआ करें। दुआ करें कि कोरोना महामारी देश व दुनिया से पूरी तरह खत्म हो जाए। साथ ही देश में अमन रहे। उन्होंने लोगों से कहा है कि वो अपने घरों में परिवार के साथ तरावीह की नमाज पढ़ें। मस्जिदों में सामूहिक तरावीह नहीं होगी। मस्जिदों में पेश इमाम, मुअज्जिन समेत चार-पांच लोग ही तरावीह की नमाज पढ़ेंगे।
इफ्तार पार्टी की है मनाही
इस बार जिला प्रशासन की तरफ से कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सामूहिक इफ्तार की मनाही है। उलमा ने भी लोगों से सामूहिक इफ्तार का आयोजन नहीं करने को कहा है। इसी तरह, इफ्तार पार्टियां भी नहीं होंगी। लोगों से कहा गया है कि वो घरों में अपने परिवार के साथ इफ्तार करें।
26 अप्रैल को पहला रोजा होगा अगर 25 को चांद नहीं दिखाई दिया