Indian Railways, IRCTC: रेलवे के कॉमर्शियल काॅम्प्लेक्स में रेलकर्मियों को मिलेगी प्राथमिकता
Indian Railways IRCTC रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथारिटी (आरएलडीए) टाटानगर में स्थित जर्जर क्वार्टरों और खाली पड़ी जमीन पर आधुनिक फ्लैट सहित कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करेगी। जिसे लीज पर रेल कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार आवंटित किए जाएंगे।
निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर : रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथारिटी (आरएलडीए) टाटानगर में स्थित जर्जर क्वार्टरों और खाली पड़ी जमीन पर आधुनिक फ्लैट सहित कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करेगी। जिसे लीज पर रेल कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार आवंटित किए जाएंगे। रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे के खाली जमीन का सदुपयोग करने की योजना है। इसके तहत रेलवे के कर्मचारियों को उनके पुराने और जर्जर क्वार्टरों को तोड़कर उसके बदले आधुनिक तरह के फ्लैट की सुविधा दी जाएगी। साथ ही खाली पड़ी जमीन पर मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा ताकि स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधा दी जा सके, साथ ही राजस्व भी प्राप्त हो सके।
इस योजना के लिए टाटानगर रेलवे स्टेशन के सामने, लोको कॉलोनी और बागबेड़ा हाई स्कूल के आसपास कुल तीन स्थानों को चिंह्नित किया गया है। रेलवे लैंड डेवलपमेंट ऑथिरिटी द्वारा इसके लिए एरियल मैपिंग भी हो चुका है।
टाटानगर में है 2725 रेलवे क्वार्टर
टाटानगर रेलवे स्टेशन में कार्यरत कर्मचारियों के लिए कुल 2725 क्वार्टर आवंटित थे। इनमें से रेलवे पहले ही 421 जर्जर क्वार्टरों को तोड़ चुका है। जबकि अब भी लगभग 1200 क्वार्टर पुराने हो चुके हैं। अधिकतर क्वार्टर पुराने डिजाइन वाले एकल बेडरूम वाले क्वार्टर हैं। योजना है कि इन सभी क्वार्टरों को तोड़कर आरएलडीए मल्टी स्टोर फ्लैट का निर्माण करेगा। इसमें अटैच बाथरूम, किचन, दो बेडरूम वाले फ्लैट, हॉल व बालकोनी की सुविधा रहेगी। पिछले दिनों चक्रधरपुर मंडल के वरीय अधिकारियों ने इसकी सूचना रेलवे मेंस कांग्रेस को दी है।
रेलवे बनाएगा स्टेशनों को आदर्श स्टेशन, खर्च किए जाएंगे 12,000 करोड़ रुपये
भारतीय रेल लगातार अपने स्टेशनों को आधुनिक बनाने और यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज पर सारी सुविधाएं देने की पहल कर रही है। इसके तहत न सिर्फ स्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा बल्कि उन्हें आधुनिक रूप भी दिया जाएगा। इसके लिए रेल मंत्रालय पहले चरण में 12 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। पहले चरण में देश के 21 स्टेशनों को अपग्रेड करने की योजना बनाई गई है। इसमें दक्षिण रेलवे के छह स्टेशनों में तमिलनाडु के मदुरै, रामेश्वरम और कन्याकुमारी, केरल में एर्नाकुलम और कोल्लम को विकसित करने की योजना है। इसके अलावा दक्षिण मध्य रेलवे में तिरुपति और नेल्लोर, पश्चिम रेलवे में सूरत, उत्तर पश्चिम रेलवे में गांधी नगर, जयपुर और उदयपुर, उत्तर मध्य रेलवे में प्रयागराज और कानपुर और उत्तर रेलवे में गाजियाबाद और लखनऊ जैसे स्टेशनों को शामिल किया गया है। इन सभी रेलवे स्टेशनों को न सिर्फ आधुनिक बनाया जाएगा बल्कि वहां यात्री सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। वित्तीय वर्ष वर्ष 2021-22 के अनुपूरक बजट में रेलवे स्टेशनों को उन्नत बनाने के लिए योजना को स्वीकृति दी गई है।
रेलवे के पुराने क्वार्टरों को तोड़कर नए फ्लैट और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाए जाएंगे। इसके लिए आरएलडीए द्वारा एरियल मैपिंग का पूरा हो चुका है। तैयार मार्केट कॉम्प्लेक्स को रेल कर्मचारियों को लीज पर दिया जाएगा।
-अनूप पटेल, सीनियर डीईएन (कॉर्डिनेशन), चक्रधरपुर मंडल
रेलवे पुराने व जर्जर क्वार्टरों को तोड़कर आधुनिक फ्लैट व कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करेगा। कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के संचालन में रेलवे कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
-शशि मिश्रा, कार्यवाहक महामंत्री, दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस, चक्रधरपुर मंडल