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Lalu Yadav's Scam : लालू यादव के रेलमंत्री रहते चक्रधरपुर रेलमंडल में हुई थी बड़े पैमाने पर अवैध भर्तियां, सीबीआई ने दो लोको पायलट को उठाया

Railway Recruitment Scam सीबीआई रेलवे भर्ती घोटाले को लेकर विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला से दो लोको पायलट को सीबीआई ने गिरफ्तार किया। ओडिशा की सीबीआई टीम लोको पायलट को गुप्त जगह ले जाकर पूछताछ कर रही है।

By Sanam SinghEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 09:00 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 09:00 PM (IST)
Railway Recruitment Scam: सीनियर डीसीएम ने की गिरफ्तारी की पुष्टि।

चक्रधरपुर।राउरकेला,जासं : Lalu Yadav News यूपीए की सरकार में रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के 2004 से 2009 कार्यकाल में रेलवे भर्ती घोटाले हुए थे। इन भर्तियों में नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे। घोटाले में सीबीआई  लालू के कई ठिकानों समेत बिहार झारखंड में कई जगह छापेमारी कर रही है। घोटाले की आंच चक्रधरपुर रेल मंडल तक आ पहुंची है।  सीबीआई ने चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला से दो लोको पायलट को गिरफ्तार किया। एक नाम अजीत कुमार है। ओडिशा की सीबीआई टीम उसे गुप्त जगह ले जाकर पूछताछ कर रही है। हालांकि अन्य लोको पायलट के गिरफ्तारी की पुष्टि दो दिन बीतने के बावजूद नहीं हो सकी है। दूसरे लोको पायलट की गिरफ्तारी राउरकेला अथवा बंडामुंडा हुई है।

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लोको पायलट अजीत कुमार की बहाली रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड से हुई थी

जानकारी के मुताबिक सीबीआई के गिरफ्त में आए लोको पायलट अजीत कुमार की बहाली रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड से हुई थी।  वह डेढ़ साल से राउरकेला में बतौर लोको पायलट काम कर रहा था। वहीं लोको पायलट के बिहार में स्थित ससुराल फतुहा में भी सीबीआई दबिश देकर छापामारी की है। अजीत कुमार बिहार के हाजीपुर का रहने वाला है। सीबीआई ने अजीत कुमार के गिरफ़्तारी के मामले में प्रेस से कोई भी जानकारी साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया है की यह पूरा रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा हुआ है। इस मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है की जिस लोको पायलट की गिरफ़्तारी की गई है वह उस दौर में रेलवे में बहाल नहीं हुआ जिस दौर का रेलवे भर्ती घोटाला तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़ा है। लेकिन कयास यही लगाए जा रहे हैं की सीबीआई कड़ी से कड़ी जोड़कर रेलवे में चल रहे भर्ती घोटाले का बड़ा भंडाफोड़ करने वाली है।

लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे उस दौरान चक्रधरपुर रेल मंडल में भी बड़े पैमाने पर अवैध रूप से बड़ी संख्या में रेल कर्मियों की बहाली हुई थी। लेकिन अब जब सीबीआई मामले को खंगालने में लगी है तो गलत तरीके से बहाल हुए रेलकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। सीबीआई का अगला निशाना कौन होगा कोई नहीं जनता। वहीं चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने राउरकेला के सहायक लोको पायलट अजीत कुमार की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया की सीबीआई की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है और उसे अपने साथ ले गई है। किस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

दूसरा लोको पायलट भी था अजीत के संपर्क में

गिरफ्तार दूसरा लोको पायलट भी अजीत के संपर्क में होगा। सीबीआई अजीत के साथ-साथ उसे भी ट्रेस कर रही थी। जिसके कारण दोनों की एक ही दिन गिरफ्तारी की गई है। दूसरे लोको पायलट के गिरफ्तारी की चर्चा सामने आने के बाद लोको पायलट अपने अपने परिचितों की उपस्थित टटोलने में लगे है।

मोबाइल को ट्रेस करते हुए राउरकेला पहुंची थी सीबीआई टीम

अजीत के फोन को ट्रेस करते हुए राउरकेला पहुंची थी। माना जा रहा है कि किसी मामले में (संभावित रेलवे भर्ती घोटाला) अजीत का फोन नंबर सामने आया होगा। जिसके बाद सीबीआई की टीम उक्त नंबर को सर्विलांस में रखी हुई थी। इस दौरान अजित के द्वारा फोन से किए जा रहे बातचीत के दौरान शायद सीबीआई को कोई पुख्ता जानकारी हाथ लगी है।

अजीत के राउरकेला आवास को शायद नहीं थी सीबीआई को खबर

अजीत के राउरकेला स्थित आवास की सीबीआई को जानकारी नहीं थी। जिसके कारण उसे राउरकेला स्टेशन परिसर स्थित कार्यस्थल से गिरफ्तार करने का सीबीआइ टीम ने निर्णय लिया था। टीम के सदस्य सुबह से ही राउरकेला स्टेशन पहुंचे हुए थे। उन्होंने राउरकेला रेलवे स्टेशन स्थित लोको पायलटों की क्रू लॉबी की रेकी की। इस दौरान उन्हें जानकारी मिली की अजीत दोपहर ड्यूटी पर क्रू लॉबी पहुंचेगा। जिसके बाद ड्यूटी मिलने पर वह किसी माल ट्रेन को लेकर रवाना होगा। सीबीआई की टीम उसके इंतजार में रेलवे स्टेशन पर ही डेरा डाली हुई थी।

अजीत को हो गया था गिरफ्तारी का आभास

सूत्रों की माने तो शायद अजीत को भी अपने गिरफ्तारी का आभास था। जिसके कारण पिछली कुछ दिनों सो वह ड्यूटी में आने के बाद कार्यालय में न रहकर स्टेशन परिसर में धूमता फिरता रहता था। घटना वाले दिन भी अजीत की इंतजार कर रही सीबीआइ की टीम को जब उसके बारे में कोई खबर नहीं लगी तो टीम का एक सदस्य उसके बारे में जानने के लिए क्रू लॉबी पहुंचा था। उन्हें पता चला कि अजीत क्रू लॉबी में आ चुका है तथा ड्यूटी न मिलने के कारण स्टेशन परिसर में कही घूम रहा है। जिसके बाद टीम के सदस्यों ने स्टेशन परिसर को खंगालना शुरू किया। इस बीच सीबीआइ के सदस्य कई दफा अजीत के पास से गुजरे तथा पुख्ता होने के बाद उसे गिरफ्तार किया।


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