Railway News : रेल कर्मचारियों को रेलवे ले जाएगी हॉलीडे पर, इसके लिए एसबीबीएफ खर्च करेगी 50 लाख रुपये
Railway News सेंट्रल स्टाफ बेनीफिट फंड (एसबीबीएफ) वित्तीय वर्ष 2022-23 में रेल कर्मचारियों व उनके बच्चों के लिए तीन तरह के टूर आयोजित करेगी। एसबीबीएफ कमेटी की शुक्रवार को कोलकाता स्थित गार्डनरीच मुख्यालय में इसे लेकर बैठक हुई।
जासं, जमशेदपुर : Central Staff Benefit Fund सेंट्रल स्टाफ बेनीफिट फंड (एसबीबीएफ) वित्तीय वर्ष 2022-23 में रेल कर्मचारियों व उनके बच्चों के लिए तीन तरह के टूर आयोजित करेगी। जिस पर 50 लाख रुपये खर्च किया जाएगा।
एसबीबीएफ कमेटी की शुक्रवार को कोलकाता स्थित गार्डनरीच मुख्यालय में प्रधान मुख्य कार्मिक पदाधिकारी डा. महुआ वर्मा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में तय हुआ कि शारीरिक रूप से दिव्यांग रेल कर्मचारियों के लिए दक्षिण पूर्व रेल परिक्षेत्र में ही नवंबर-दिसंबर माह में तीन दिवसीय हालीडे कैंप का आयोजन किया जाएगा। जिसमें उनके मनोरंजन की व्यवस्था की जाएगी। दूसरा कैंप वैसे कर्मचारियों के लिए आयोजित किया जाएगा जो जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं। चक्रधरपुर, रांची, आद्रा व खड़गपुर डिवीजन से 120 कर्मचारियों का इसके लिए चयन किया जाएगा। पिछली बार कमेटी की ओर से हवाई यात्रा से अंडमान ले जाया गया था।
वहीं, तीसरा कैंप कर्मचारियों के उन बच्चों के लिए होगा जो आठवीं क्लास तक पढ़ाई कर रहे हैं। रेलवे या प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करने वाले ऐसे बच्चों के लिए जनवरी माह में खड़गपुर व कोलकाता के किसी रिसोर्ट में इस कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिस पर कमेटी आठ लाख रुपये खर्च करेगी। बैठक में कमेटी के सेकेट्री सह सीनियर पर्सनल आफिसर सुशांतो चौधरी, सदस्य सह मेंस कांग्रेस महासचिव शशि रंजन मिश्रा, पीके ठाकुर, एसके पाणिग्रही, एससी-एसटी यूनियन से अध्यक्ष विवेक मंडल उपस्थित थे।
इन बिंदुओं पर भी बनी सहमति
-रेल कर्मचारियों के लिए चक्रधरपुर मंडल में बनेगा ओपन जिम, 15 लाख रुपये स्वीकृत।
-कर्मचारियों के बच्चों को मेडिकल, इंजीनियरिंग व तीन या चार वर्ष के डिग्री कोर्स पर हायर एजुकेशन एलाउंस के लिए प्रतिवर्ष 18 हजार रुपये मिलेगा। बीते वित्तीय वर्ष कोविड 19 के कारण जिन अभिभावकों ने देर से भत्ते के क्लेम किया, उन्हें भी स्कीम का लाभ मिलेगा।
-कैंसर, टीवी सहित लंबी बीमारी से ग्रसित वैसे कर्मचारी जिनका मेडिकल लीव खत्म होने के बाद विदाउट पे हो चुके हैं। जिन कर्मचारियों को तीन माह से एसबीबीएफ की ओर से अनुदान राशि नहीं मिल रही है, जांच के बाद उन्हें स्कीम का लाभ मिलेगा।
-कमेटी से प्रतिवर्ष सभी जोन को तीन लाख रुपये कैंटीन सुविधा पर दी जाएगी। स्थानीय एसबीएफ कमेटी तय करेगी कि उक्त राशि को किस कैंटीन में कितना खर्च करना है।