चेन्नई से टाटानगर पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन, बिहार के यात्री उतरे,Jamshedpur News
बिहार जाने वाले करीब 42 श्रमिक सहित अन्य श्रमिकों को प्लेटफार्म नंबर एक पर लगी बेंच में नहीं बैठाकर जमीन पर बैठाया गया।
जमशेदपुर(जासं). चेन्नई-हावड़ा श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार की सुबह टाटानगर स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में बिहार जाने वाले करीब 42 श्रमिक सहित अन्य श्रमिकों को प्लेटफार्म नंबर एक पर लगी बेंच में नहीं बैठाकर जमीन पर बैठाया गया। जब सभी श्रमिक अपने गंतव्य के लिए बस से रवाना हो गए तो इन 42 श्रमिकों को सेकेंड क्लास वे¨टग हाल की ओर भेजा गया। टाटानगर स्टेशन में ट्रेन से श्रमिकों के उतरने की पूर्व सूचना नहीं थी। सिर्फ श्रमिकों को भोजन का पाकेट व पानी देने की बात थी, लेकिन ट्रेन से आने के कुछ ही देर पहले यह बताया गया कि टाटानगर स्टेशन में श्रमिक उतरेंगे। इसको लेकर मौके पर अफरा-तफरी मच गई। जिला प्रशासन व रेल विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए। ट्रेन जैसे ही टाटानगर स्टेशन पहुंची। घोषणा शुरू हो गई कि ट्रेन प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंच रही है। आरपीएफ व जीआरपी के जवान स्टेशन के सभी निकासी द्वार पर खड़े हो गए। ताकि कोई यात्री इधर-उधर से नहीं निकल सके। यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से टाटानगर स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म में बने जांच केंद्र में लाया गया और बारी बारी से सभी की जांच कराने के बाद स्टेशन के बाहर खड़ी बसों में बैठाकर रवाना किया गया।
इस ट्रेन से टाटानगर स्टेशन में 212 श्रमिक उतरे। इसमें 47 देवघर, 50 पूर्वी ¨सहभूम, 54 पश्चिमी ¨सहभूम, 13 सरायकेला व बिहार के 42 यात्री सहित छह अन्य थे। देवघर के यात्रियों ने खुद ही बस का व्यवस्था कर रखी थी। स्टेशन पहुंचते ही देवघर के यात्रियों की जांच कराने के बाद करीब 47 यात्री अपने बस से ही देवघर के लिए रवाना हो गए। जबकि बिहार के 42 यात्रियों को टाटानगर स्टेशन में ही बैठा कर रखा गया। इन यात्रियों को रविवार की सुबह खुलने वाली टाटा-दानापुर एक्सप्रेस से बिहार भेजा जाएगा। टाटानगर स्टेशन में उतरे यात्रियों को भोजन भी कराया गया। वहीं हावड़ा के लिए ट्रेन खुलने से पहले ही ट्रेन में बैठे करीब 1242 यात्रियों को भोजन का पैकेट व पानी की बोतल दी गई।
अलग से कोच लगाने पर विचार
चेन्नई से टाटानगर पहुंचे बिहार के 42 श्रमिकों को टाटानगर से बिहार ले जाने के लिए अलग से कोच लगाने की व्यवस्था किए जाने पर विचार किया जाएगा। ताकि श्रमिकों को दूसरे यात्रियों के साथ बैठाया नहीं जाए। यदि इन श्रमिकों को दूसरे यात्रियों के साथ टाटा-दानापुर एक्सप्रेस में बैठाया जाएगा तो हंगामा होने की संभावना को देखते हुए अलग से एक कोच उक्त ट्रेन में लगाने पर रेलवे विचार कर रहा है। टाटा-दानापुर एक्सप्रेस के अलावा पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में भी इन श्रमिकों को बैठाकर बिहार भेजने की बात चल रही है।