भूख से छटपटा रहे रेलवे अस्पताल में भर्ती मरीज
रेलवे अस्पताल प्रशासन की असंवेदनशीलता का खामियाजा वहां भर्ती मरीजों को भुगतना पड़ा रहा है। स्थानीय से लेकर दूर-दराज से आकर टाटानगर रेलवे अस्पताल में भर्ती करीब 48 मरीजों को शनिवार से भोजन नसीब नहीं हो रहा है। वजह राशन की कमी या कुछ और नहीं बल्कि कैंटीन का मैनेजर केसी हेंब्रम अपने कार्यालय में ताला लगाकर गायब है। बिना कोई सूचना दिए कैंटीन मैनेजर के गायब होने से मरीजों को तीनों समय के भोजन पर आफत आ पड़ी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : रेलवे अस्पताल प्रशासन की असंवेदनशीलता का खामियाजा वहां भर्ती मरीजों को भुगतना पड़ा रहा है। स्थानीय से लेकर दूर-दराज से आकर टाटानगर रेलवे अस्पताल में भर्ती करीब 48 मरीजों को शनिवार से भोजन नसीब नहीं हो रहा है। वजह राशन की कमी या कुछ और नहीं बल्कि कैंटीन का मैनेजर केसी हेंब्रम अपने कार्यालय में ताला लगाकर गायब है। बिना कोई सूचना दिए कैंटीन मैनेजर के गायब होने से मरीजों को तीनों समय के भोजन पर आफत आ पड़ी।
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शिकायत पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की राशन की व्यवस्था
रेलवे अस्पताल में करीब 48 मरीज भर्ती हैं। इन मरीजों को शनिवार से खाना नहीं दिए जाने की जानकारी मेंस काग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा के मिली तो सोमवार को उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस के बेहरा से मुलाकात की। उन्होंने डॉ. एसके बेहरा व डॉ. राजू महंता से तत्काल मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए कहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉ. एसके बेहरा ने तुरंत मरीजों का भोजन बनाने के लिए कैंटीन कर्मचारियों को राशन उपलब्ध कराया।
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एक हजार जमा करने के बाद भी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को नहीं मिला भोजन
रेलवे अस्पताल में कई मरीज ऐसे भी है जो रेलवे से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इन मरीजों को भर्ती होने के समय ही एक हजार रुपये जमा करना पड़ता है। मरीजों ने रुपये भी जमा कर दिये थे। इसके बावजूद उन्हें शनिवार से खाना नहीं मिल रहा था। यह मरीज दूर दराज से आकर भर्ती हैं। ----
बिना बताए कैंटीन मैनेजर केसी हेम्ब्रम कार्यालय में ताला लगाकर चले गए हैं। उनके लौटने के बाद उनपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के मरीजों को भोजन की व्यवस्था करा दी गई है। सोमवार की शाम से उन्हें भोजन मिलना शुरू हो गया है।
- डॉ. एस के बेहरा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, रेलवे अस्पताल
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शनिवार से मरीजों को भोजन नहीं मिल रहा था। शिकायत मिलने पर वहां गए तो बात सही थी। कैंटीन मैनेजर अपने कार्यालय में ताला लगाकर शनिवार से ही फरार था।
- शशि मिश्रा, मंडल, संयोजक मेंस कांग्रेस