जानलेवा हुआ एनएच तक पहुंचा कुमरुम तालाब Jamshedpur News
मानगो में कुमरुम बस्ती के पास रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 के किनारे तालाब का पानी पहुंच गया है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जमशेदपुर के मानगो में कुमरुम बस्ती के पास रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 के किनारे तालाब का पानी पहुंच गया है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। अगर रात में वाहन का ड्राइवर तालाब नहीं देख पाए तो उसका इसमें घुसना तय है। क्योंकि, सड़क से जरा सा वाहन नीचे उतरने पर तालाब का पानी है और इससे पता नहीं चल रहा कि तालाब कहां तक है।
तालाब की ये हालत एनएच 33 के निर्माण में लगी कंपनी आयरन ट्रायंगल के ठेकेदार द्वारा इसमें स्लैग डालने से हुई है। तालाब में स्लैग डाल दिया गया है और इस वजह से यहां एनएच 33 खतरनाक हो गया है। ये मौत का गड्ढा साबित हो सकता है। तालाब में स्लैग डाले जाने से इसका पानी प्रदूषित हो गया है। इलाके के लोग इसी पानी को अपने मवेशियों को पिला रहे हैं। इससे मवेशियों के बीमार होने का खतरा है। तालाब में स्लैग डाले जाने का इलाके के लोगों ने विरोध किया था। लेकिन, किसी ने उनकी एक नहीं सुनी।
तालाब पाट कर दुकान बनाने की साजिश
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार तालाब का स्वरूप नहीं बदला जा सकता। इसके बाद भी कुमरुम तालाब पर लोगों की नजर लगी हुई है। बताते हैं कि कुछ लोग एनएच 33 के निर्माण की आड़ में तालाब पाट कर इस पर दुकान का निर्माण करना चाहते हैं। इलाके की आम जनता इसका विरोध कर रही है। क्योंकि, तालाब ही उनके लिए पानी का एकमात्र साधन है। कुमरुम बस्ती के लोग इस तालाब के किनारे कपड़े धोते हैं। नहाते हैं। मवेशियों को पानी पिलाते हैं। मवेशियों को नहलाते हैं।
बदतर हो गया एनएच 33
एनएच 33 के चौड़ीकरण का काम बेहद धीमा चल रहा है। इसकी हालत बदतर हो गई है। पिछले साल एनएच 33 की मरम्मत एनएचएआइ ने 16 करोड़ रुपये खर्च कर कराई थी। बरसात के बाद एनएच की हालत वैसी ही हो गई है जैसी ये पिछले साल अगस्त में थी। स्वर्णरेखा कॉलोनी, रिपीट कॉलोनी, वसुंधरा इस्टेट और एलीट हास्पिटल के पास सड़क खत्म हो गई है। इस पर तारकोल नहीं बचा है।