कोल्हान प्रमंडल में घट गई जमीन की खरीद-बिक्री, ये है खास वजह Jamshedpur News
कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन और झारखंड में एक रुपये में जमीन रजिस्ट्री का फैसला सरकार के वापस लेने का असर संपत्ति के खरीद फरोख्त पर भी पड़ा है।
जमशेदपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन और झारखंड में एक रुपये में जमीन रजिस्ट्री का फैसला सरकार के वापस लेने का असर संपत्ति के खरीद फरोख्त पर भी पड़ा है। सरकारी राजस्व भी घट गया है। कोल्हान प्रमंडल में हर दिन औसतन रजिस्ट्री आधी से भी कम हो गई है। जमशेदपुर निबंधन कार्यालय में पहले जहां औसतन 500 निबंधन हर माह होते थे, अब घटकर 150 हो गया है। यही हाल पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा निबंधन कार्यालय का भी है। लॉकडाउन के बाद अभी तक पश्चिमी सिंहभूम में मात्र 28 रजिस्ट्रियां ही हुई हैं।
दरअसल, जमीन की खरीद-बिक्री के लिए झारखंड सरकार ने कुछ शर्तो के साथ निबंधन कार्यालय को खोलने का निर्णय लिया। लॉकडाउन के बाद हर दिन औसतन पांच से 10 रजिस्ट्री हो रही है। रजिस्ट्री के जरिए सरकार को राजस्व देने वाला यह विभाग कच्छप गति से कार्य कर रहा है। जमशेदपुर निबंधन कार्यालय 23 मार्च से 31 मई तक बंद था। एक से 17 जून के बीच जमशेदपुर से 122 निबंधन हुए। इससे 195.16 लाख का राजस्व सरकार को मिला। वहीं चाईबासा में दफ्तर खुलने के बाद अभी तक मात्र 28 निबंधन ही हुए हैं। यह औसत से बहुत कम है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक जमशेदपुर निबंधन कार्यालय से 5981 रजिस्ट्री हुई थी। इससे 3031.22 लाख रुपये सरकार को राजस्व प्राप्त हुआ।
सरायकेला में अबतक मात्र 87 रजिस्ट्री
चाईबासा में इस साल जनवरी व फरवरी में क्रमश: 114 व 173 रजिस्ट्री हुई थी। उधर, सरायकेला जिले में एक साल में 4863 रजिस्ट्री हुई थी। वहीं, 2020 में अप्रैल से अभी तक करीब 87 निबंधन हुए हैं। सरायकेला के सहायक निबंधक पदाधिकारी उज्जवल मिंज ने बताया कि निबंधन कार्यालय में औसतन प्रतिदिन 40 से 50 रजिस्ट्री होती थी। लेकिन लॉकडाउन व एक रुपये में रजिस्ट्री सुविधा बंद होने से यह घट गई है। राजस्व भी घट गया है।
चाईबासा शहर के आसपास की हो रही रजिस्ट्री
चाईबासा निबंधन कार्यालय के पदाधिकारी विवेक कुमार मेहता ने बताया कि अभी जो रजिस्ट्री हो रही है, वह चाईबासा शहर के आसपास की है। जिले में 18 प्रखंड हैं। 17 प्रखंडों में पिछले तीन माह से एक भी जमीन का निबंधन कराने कोई नहीं आया है।