नक्सली मुठभेड़ : पीएलएफआइ एरिया कमांडर चंपा, उसकी पत्नी सहित तीन उग्रवादी ढेर
बंदगांव में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में पीएलएफआइ के एरिया कमांडर चंपा उसकी पत्नी सहित तीन नक्सली मारे गए जबकि दो घायल हुए हैं।
पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा)। कोल्हान प्रमंडल अंतर्गत पश्चिमी सिंहभूम जिले के टेबो थाना क्षेत्र स्थित मनमारूबेड़ा और केनताई की पहाड़ियों में गुरुवार की सुबह पुलिस और पीएलएफआई उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पीएलएफआई के तीन उग्रवादी ढेर हो गए और एक उग्रवादी गंभीर रूप से जख्मी है जो पुलिस हिरासत में है। उसका इलाज करवाया जा रहा है। चाईबासा पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। मौके से हथियार बरामदगी की भी सूचना है।
पीएलएफआइ एरिया कमांडर व उसकी पत्नी सहित तीन मारे गए
इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को जबरदस्त सफलता मिली है। पीएलएफआइ के एरिया कमांडर चंपा, उसकी पत्नी सहित तीन नक्सली मारे गए हैं। चंपा व उसकी पत्नी के अलावा सेकेंड मोदी नाम का नक्सली सुरक्षा बलों की गोली का शिकार हो गया।
दो नक्सली घायल, एक सुरक्षा बलों की गिरफ़त में
मुठभेड़ में दो नक्सली सुरक्षा बलों की गोली से घायल हुए। पुलिस के अनुसार एक घायल नक्सली का नाम अजय पूर्ति है। उसे गोली लगी लेकिन वह किसी तरह भागने में सफल रहा। वहीं मनोज हेस्सा नाम के नक्सली को तीन-चार गोलियां लगीं। उसे घायल अवस्था में सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया और चक्रध्रपुर अस्पताल लेकर आई। चक्रधरपुर में उसका इलाज किया जा रहा है।
दल में शामिल थे 13 पीएलएफआइ नक्सली , एके 47 सहित बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
पीएलएफआइ के जिस दस्ते से सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई उसमें 13 नक्सली शामिल थे। मुठभेड़ के बाद चलाये गए सर्च ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को एक एके 47 राइफल, कट़टा व अन्य हथियारों सहित बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री मिली है।
जवाबी कार्रवाई में मारे गए नक्सली
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एक स्थान पर जुटे हुए हैं। सूचना के सत्यापन के लिए एसपी के निर्देश पर गठित टीम जब मौके पर पहुंची तो उग्रवादियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में तीन उग्रवादी मौके पर ही ढेर हो गए। एक उग्रवादी जख्मी हालत में पुलिस को मिला। उनके अन्य साथी जंगल का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे।
सुबह पांच बजे ही शुरू हो गई मुठभेड़
जिले के एसपी इंद्रजीत महथा ने बताया कि पोड़ाहाट जंगल के मनमारू गांव के निकट पीएलएफआई कमांडर अजय पूर्ति, चंपा और मोदी के दस्ते की होने की सूचना मिली। इस सूचना पर जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान सुबह 5 बजे मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी हुई जिसमें तीन उग्रवादी मारे गये और एक बुरी तरह से घायल है। एसपी ने बताया कि मुठभेड़ रूक-रूक होती रही।
डीआइजी कोल्हान भी रहे ऑपरेशन में शामिल
जानकारी के अनुसार कोल्हान के डीआइजी राजीव रंजन सिंह खुद नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान में शामिल रहे। तीन अलग-अलग टीमों में राजीव रंजन सिंह के अलावा कुंडरगुटू में सीआरपीएफ के डीआइजी ऑपरेशन एचएस रावत, सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमांडेंट आनंद जेराई, पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा, सीआरपीएफ के सेकेंडकमांडेंट साधु शरण यादव, डी राजू नायक भी शामिल रहे।