सरकार का करोड़ों बकाया, बिना एनओसी जुस्को दे रही बिजली Jamshedpur News
झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का बिजली दर जुस्को से ज्यादा है यही कारण है कि जब सरकार ने बिजली चोरी रोकने में काफी हद तक कामयाबी पायी।
जमशेदपुर (जासं) । बिजली विभाग का औद्योगिक क्षेत्र बिजली का खेल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। नया मामला है आदित्यपुर स्थित ब्लू स्टार मेलियेबल व गम्हरिया में स्थित कामसा स्टील का। दोनों ही कंपनियों के पास झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का बकाया करीब 6 करोड़ रुपये है। मामला थाना से लेकर हाईकोर्ट अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इसके बावजूद जुस्को ने बिना एनओसी दोनो ही कंपनी को बिजली दे दी है।
जानकारी हो कि झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का बिजली दर जुस्को से ज्यादा है, यही कारण है कि जब सरकार ने बिजली चोरी रोकने में काफी हद तक कामयाबी पायी तो बिजली चोरी करने वालों में खलबली मच गयी। आदित्यपुर स्थित कंपनी ब्लू स्टार मेलियेबल में बिजली विभाग ने 2016 में छापेमारी कर 2.97 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी थी। थाने में एफआइआर भी हुआ था, मामला उच्च न्यायालय में चल रहा है। जबकि मेस कामशा स्टील के पास लगभग सवा दो करोड़ रुपये बकाया था।
हाईकोर्ट व बिजली विभाग के फैसले का उल्लंघन करते कंपनी ने बकाया रहने के बावजूद बकाया राशि को कैप्ट में रखवाकर हर महीने उससे रिबेट लेता रहा। बता दें कि टाटा ग्रुप की ईकाई जुस्को जो कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति करती है बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिजली कनेक्शन दे दी।
दोनों कंपनियों ने अपने उपर बकाया नहीं होने संबंधी दिया दस्तावेज
दोनों ही कंपनी ने बिजली लेने के लिए जुस्को को जो आवेदन दिया था। उसमें बकाया नहीं होने की बात कही थी। ब्लू स्टार कंपनी ने कहा था कि वह एनओसी के लिए बिजली विभाग को आवेदन दिए हैं। उन्होंने एनओसी का आवेदन की कॉपी संलग्न किया था। नियम है कि यदि 15 दिन के अंदर एनओसी नहीं आती है तो हमलोग समझ जाते हैं कि एनओसी मिल गया। इसी आधार पर ब्लू स्टार को बिजली दी गयी। जबकि कामसा स्टील ने अपने आवेदन में कहा था कि खुद उनका 90 हजार रुपये बिजली विभाग पर बकाया है, और कहा था कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। एक एफिडेविट भी दिया था, जिसमें कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट को जो भी फैसला आएगा वह मानेंगे। इसके बाद ही उसे बिजली दी गयी।
बिजली विभाग की मिली भगत से होती है चोरी का खेल
बिजली विभाग के कुछ आफिसरों की मिलीभगत से ही करोड़ों रुपये का राजस्व का नुकसान विभाग को उठाना पड़ रहा है। जानकारों का कहना है कि यदि जुस्को से लाइन लेना हो तो संबंधित औद्योगिक प्रतिष्ठान सरकारी बिजली कनेक्शन को पीएलडी यानि परमामेंट लाइन डिस्कनेक्ट करवा लेता है। इससे होता यह है कि बिजली विभाग अपना मीटर से लेकर सारा इंफ्रास्ट्रक्चर को हटा लेता है। इसके बाद संबंधति प्रतिष्ठान उस जगह के नाम पर जुस्को से लाइन ले लेता है। यह जुस्को को भी नहीं पता रहता है कि जहां वह पावर दे रहा है वहां पहले बिजली कनेक्शन था या नहीं। इसी तरह बिजली चोरी करने वाले खेल खेलकर करोड़ों का चपत विभाग को लगा रहे हैं।
आदित्यपुर स्थित ब्लू स्टार मेलियेबल कंपनी व गम्हरिया में स्थित कामसा स्टील के पास विभाग का करोड़ों रुपये बकाया है। मामला थाना से लेकर हाईकोर्ट तक में लंबित है। अब जुस्को ने किस आधार पर दोनों कंपनियों को बिजली उपलब्ध कराया गया है। इस संबंध में जुस्को को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गयी है। पत्र का जवाब आते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। - अरविंद कुमार, विद्युत महाप्रबंधक, जमशेदपुर
बिजली विभाग ने आदित्यपुर स्थित ब्लू स्टार मेलियेबल कंपनी व गम्हरिया में स्थित कामसा स्टील को जुस्को द्वारा दी गयी पावर के संबंध में दो दिन पूर्व पत्र आया है। पत्र की जांच करने के बाद जांच कर जवाब दी जाएगी। -- सुकन्या दास, प्रवक्ता, जुस्को