Move to Jagran APP

Tata Crucible Quiz Winner : मुंबई के प्रीतम उपाध्याय बने टाटा क्रूसिबल क्विज के राष्ट्रीय विजेता

Tata Crucible Quiz Winner टाटा क्रूसिबल क्विज के राष्ट्रीय विजेता मुंबई के प्रीतम उपाध्याय बन गए हैं। उन्हें 2.50 लाख रुपये का नगद इनाम मिला है। प्रीतम मुंबई के शैलेश जे मेहता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्र हैं। कोविड 19 के कारण ऑनलाइन आयोजन किया गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 04:38 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 04:38 PM (IST)
टाई ब्रेकर प्रश्न से प्रीतम उपाध्याय विजेता बने।

जमशेदपुर, जासं।  टाटा क्रूसिबल क्विज के राष्ट्रीय विजेता मुंबई के प्रीतम उपाध्याय बन गए हैं। उन्हें 2.50 लाख रुपये का नगद इनाम मिला है। प्रीतम मुंबई के शैलेश जे मेहता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्र हैं। कोविड 19 के कारण पहली बार टाटा क्रूसिबल क्विज का ऑनलाइन आयोजन किया गया।

loksabha election banner

इसके लिए पूरे देश को चार जोन और हर जोन को छह कलस्टर्स में बांटा गया था। हर जोन के फाइनल विजेताओं को राष्ट्रीय फाइनल में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। चार जोन के फाइनल उप विजोताओं के बीच एक वाइल्ड कार्ड फाइनल हुआ और चार उप विजेताओं में से दो को राष्ट्रीय फाइनल में हिस्सा लेने का अवसर मिला। फाइनल में आइआइएम बैंगलोर के प्रत्युष गोयल, आइआइटी मुंबई के प्रीतम उपाध्याय, एनआइटी दिल्ली के अंकित जैन, आइआइएम शिलांग के आकाश वर्मा और आइआइएम लखनऊ के हेम मरडिया सहित सीएनएलयू पटना के मुहम्मद माहताब के बीच फाइनल हुआ। टाई ब्रेकर प्रश्न से प्रीतम उपाध्याय विजेता बने।

इस तरह के क्विज से युवाओं की प्रतिभा को मिलता है सम्मान

इस मौके पर टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भास्टर भट का कहना है कि इस तरह के क्विज से भारतीय युवाओं की प्रतिभा को सम्मान मिलता है। इस तरह का ऑनलाइन क्विज लोगों को एक साथ लाने के लिए प्रौद्योगिकी की शक्ति को भी दर्शाती है। जिज्ञासा युवाओं को क्विज की ओर आकर्षिक करती है। इस क्विज को देखने के बाद मेरा विश्वास कई गुणा बढ़ गया है कि भारत का भविष्य उज्जवल है।

क्रूसिबल क्विज का काफी दिनों से था इंतजार : प्रीतम

क्रूसिबल क्विज के राष्ट्रीय विजेता बनने के बाद प्रीतम ने कहा कि उन्हें काफी समय से इसका इंतजार था। महामारी के बावजूद क्विज का आयोजन बहुत सहीं रहा। ऑनलाइन आयोजन से सभी की सुरक्षा का ख्याल रखा गया। क्विज की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया गया। क्विज में मेरे सह प्रतिभागी भी काफी होशियार और तेज थे। हममें से कोई भी विजेता बन सकता था। मुझे मुझे खुशी है कि यह सम्मान मुझे मिला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.