प्रकाश यादव हत्याकांड: आमने सामने हुए सरयू-रघुवर, सरयू ने कहा- रघुवर ने न्योता दिया तो सूद समेत लौटाएंगे Jamshedpur News
प्रकाश यादव हत्याकांड में रधुवर दास के एक बयान के बाद पूर्व भाजपा नेता सरयू और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास आमने-सामने हो गए हैं।
जमशेदपुर (जासं)। प्रकाश यादव हत्याकांड में रधुवर दास के एक बयान के बाद पूर्व भाजपा नेता सरयू और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास आमने-सामने हो गए हैं। दरअसल, रघुवर ने ईशारों-ईशारों में सरयू पर निशाना साधते हुए कहा कि आपराधिक तत्वों को संरक्षण देने वाले नेताओं को जनता एक्सपोज करें। वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सरयू राय ने कहा कि रघुवर ने हमें दिया न्योता तो सूद समेत लौटाएंगे। बुधवार को बिष्टुपुर स्थित आवास पर पत्रकार वार्ता में सरयू राय ने कहा कि हत्या जिसने भी की है, बख्शा नहीं जाना चाहिए।
यदि मैं भी दोषी पाया जाता हूं, तो मुझे भी सजा मिले। लेकिन, एक हत्या का राजनीतिकरण करना शोभा नहीं देता। यही नहीं उन्होंने अधिवक्ता प्रकाश यादव की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मामले की सीबीआइ या एसआइटी से जांच कराने की मांग की है। सरयू ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर से तीन सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है, जिसमें स्पेशल ब्रांच के रिटायर्ड डीएसपी रवींद्र कुमार ङ्क्षसह, बिरसानगर निवासी बबलू यादव और अधिवक्ता रविशंकर पांडेय हैं। ये लोग पूरे मामले की जांच करके मुझे रिपोर्ट देंगे।
चुनाव के बाद से भू-माफिया का तांडव
इधर, अधिवक्ता सह भाजपा नेता प्रकाश यादव की हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को बिरसानगर गए, जहां उन्होंने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। इसी दौरान पत्रकारों से बात करते हुए रघुवर दास ने कहा कि थाना प्रभारी को सूचना दिए जाने के बाद भी ऐसी घटना का होना अति निंदनीय है। कहा कि हमारी पूर्व सरकार के दौरान भू-माफिया पर अंकुश लगा था, लेकिन चुनाव के बाद से ही बिरसानगर, बागुनहातु एवं बारीडीह बस्ती में भू-माफिया का तांडव प्रारंभ हो गया है। घटना में शामिल अभियुक्त चाहे किसी भी दल से संबंध रखता हो, मामले की उच्चस्तरीय जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राजनीतिक संरक्षण में भू-माफिया का बोलबाला है, प्रशासन को इस दिशा में गंभीरता से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आपराधिक तत्वों को संरक्षण देने वाले नेताओं को जनता एक्सपोज करे।
सरयू ने कहा- रघुवर भूल गए कि 25 साल से वे यहां के विधायक
उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर हमला बोलते हुए कहा कि वे मृतक के घर गए थे, जहां उन्होंने और मृतक के भाई से बुलवाया है कि पहले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और छह माह से मैं (सरयू राय) जमीन माफिया को संरक्षण दे रहा हूं। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री यह भूल गए कि पिछले 25 साल से यहां के विधायक और पांच साल मुख्यमंत्री रहते बिरसानगर में जमीन माफिया को कौन संरक्षण दे रहा था। बिरसानगर छह माह में तो नहीं बना है, ना यहां छह माह से ही सरकारी या आदिवासी जमीन पर कब्जा हो रहा है। बहरहाल पूर्व मुख्यमंत्री ने मुझे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को निमंत्रण दे दिया है, तो हमने भी पूरे मन से निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। हम सूद समेत न्योता लौटाएंगे। मैंने मुख्यमंत्री और डीजीपी को फोन करके जांच के लिए आग्रह किया है।