दर्द से तड़पते घायलों को एमजीएम में नहीं मिला बेड, फर्श पर हुआ इलाज
चांडिल थाना क्षेत्र में स्थित नारगाडीह के समीप नेशनल हाइवे-33 में शनिवार की सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुई सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों को सुबह-सुबह आनन-फानन में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : चांडिल थाना क्षेत्र में स्थित नारगाडीह के समीप नेशनल हाइवे-33 में शनिवार की सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुई सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों को सुबह-सुबह आनन-फानन में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। 18 लोग दुर्घटना में घायल हुए थे, लेकिन इतने लोगों के लिए भी एमजीएम अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। अस्पताल में अव्यवस्था का आलम इस कदर रहा कि घायलों को भर्ती करने के लिए बेड तक नसीब नहीं हुआ। जैसे-तैसे फर्श पर लेटाकर उनका इलाज किया गया। अव्वल तो यह कि अस्पताल में स्टिच (सिलाई) करने का धागा तक नहीं था, जिसके कारण इलाज में काफी परेशानी हुई। दूसरे वार्डो से इसकी व्यवस्था की गई।
घटना की जानकारी मिलते ही सुबह करीब पांच बजे एमजीएम अधीक्षक डॉ. अरूण कुमार खुद अस्पताल पहुंच गए। तबतक नर्स सहित अन्य सीनियर व जूनियर डॉक्टर को भी बुला लिया गया। अधीक्षक सुबह आठ बजे तक इमरजेंसी विभाग में बैठ कर चिकित्सक व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देते रहे। उधर, नौकरी से निकाले गए आउटसोर्स कर्मचारियों ने भी कर्मचारियों की कमी को देखते हुए घायलों की ड्रेसिंग से लेकर वार्ड में शिफ्ट करने तक का काम किया।
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नारगाडीह गांव में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद नारगाडीह गाव में सन्नाटा पसरा हुआ था। कई घरों में चूल्हा भी नहीं जला। सभी चिंतित दिख रहे थे। सभी घायलों को दूसरे गाड़ी व एंबुलेंस के माध्यम से एमजीएम अस्पताल में लाया गया। वहीं टाटा मैजिक के चालक लाडु मछुआ फरार हो गया। वह चौका थानाक्षेत्र अंतर्गत झाबरी गांव निवासी है।
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एमजीएम पहुंचे विधायक
घायलों को हालचाल लेने के लिए ईचागढ़ के विधायक साधुचरण महतो, पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भाई परवीन सिंह, सुनील गुप्ता सहित अन्य लोगों ने भी पहुंचकर मरीजों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।