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ऑटो चालक पिस्तौल के साथ पकड़ाया, रंजिश में फंसाने का आरोप

बिष्टुपुर रीगल मोड़ के पास पुलिस ने ऑटो चालक अफताब मंजर को मंगलवार को देशी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 02:11 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 06:13 AM (IST)
ऑटो चालक पिस्तौल के साथ पकड़ाया, रंजिश में फंसाने का आरोप
ऑटो चालक पिस्तौल के साथ पकड़ाया, रंजिश में फंसाने का आरोप

जागरण संवाददाता जमशेदपुर : बिष्टुपुर रीगल मोड़ के पास पुलिस ने ऑटो चालक अफताब मंजर को मंगलवार को देशी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया। अफताब मानगो जाकिरनगर का रहने वाला है। बिष्टुपुर थाना के इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा को पूछताछ में मंजर ने बताया कि पिस्तौल के मामले में उसे कोई जानकारी नहीं है। उसने कहा रंजिश में उसे फंसाने के लिए उसकी गाड़ी में पिस्तौल रखी गई। उसने बिष्टुपुर- साकची ऑटो स्टैंड के लाइन टेकर पर रंजिश में पिस्तौल रखने का आरोप लगाया।

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चालक से पूछताछ के बाद पुलिस ने लाइन टेकर को भी हिरासत में लिया है। उससे पुलिस पूछताछ कर रही है। बिष्टुपुर थाना प्रभारी के अनुसार पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस के मुताबिक अब तक अफताब जो बता रहा है, वह सही लग रहा है। फिलहाल बिष्टुपुर ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेंद्र दास की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं उधर, अफताब के समर्थन में कई ऑटो चालक बिष्टुपुर थाना पहुंचे। पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की।

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ट्रैफिक डीएसपी के चालक को फोन कर बताया कि ऑटो में है पिस्तौल

ट्रैफिक डीएसपी शिवेंद्र के चालक संजय कुमार सिंह को ऑटो स्टैंड से ही एक चालक ने फोन कर बताया कि अफताब ऑटो में पिस्तौल लेकर जा रहा है। उसने ऑटो का नंबर भी बताया। चालक ने इसपर बिष्टुपुर ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेंद्र दास को मामले से अवगत कराया। ऑटो नंबर के आधार पर पुलिस ने बिष्टुपुर रीगल के पास टेम्पो और चालक अफताब को पकड़ लिया। ऑटो के पिछली सीट पर पिस्तौल फंसा कर रखा गया था। उसे भी जब्त किया गया। ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने उसे बिष्टुपुर थाना को सौंप दिया।

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बिष्टुपुर थाना को फोन नहीं कर ट्रैफिक इंस्पेक्टर को सूचना देना चर्चा का विषय

डीएसपी के चालक ने पूरे प्रकरण में बिष्टुपुर थाना प्रभारी को सूचित नहीं कर ट्रैफिक इंस्पेक्टर को ऑटो में पिस्तौल होने की जानकारी दी जबकि इसकी सूचना चालक बिष्टुपुर थानेदार को दे सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिसके कारण मामला संदेह के घेरे में आया।

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लाइनटेकरी विवाद में अफताब को फंसाने का आरोप

अफताब मंजर तीन साल तक जेल में था। साकची-बिष्टुपुर ऑटो स्टैंड में पहले उसकी लाइनटेकरी थी। जेल जाने के बाद इब्राहीम लाइनटेकरी करने लगा। जेल से रिहाई के बाद अफताब और इब्राहीम में इसको लेकर विवाद होना लगा। इसके कारण अफताब की ऑटो में पिस्तौल रख दी गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। अफताब पकड़ा गया। ऐसा अफताब और उसके साथियों का आरोप है। फिलहाल पुलिस सत्यता की जांच कर रही है।


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