जमशेदपुर के मानगो डिमना बस्ती में बम विस्फोट मामले को सुलझा नहीं पाई पुलिस, दो की हो गई थी मौत
मानगो के उलीडीह डिमना बस्ती ऊपरी टोला में हुए बम विस्फोट की घटना को पुलिस अब तक सुलझा नहीं पाई है। उलीडीह थाना प्रभारी धनंजय बैठा के हटते ही मामला गौण हो गया। इस मामले पर अब चर्चा भी नहीं हो रही है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। मानगो के उलीडीह डिमना बस्ती ऊपरी टोला में हुए बम विस्फोट की घटना को पुलिस अब तक सुलझा नहीं पाई है। उलीडीह थाना प्रभारी धनंजय बैठा के हटते ही मामला गौण हो गया। इस मामले पर अब चर्चा भी नहीं हो रही है। घटना में दो युवकों की जान चली गई। इस पूरे मामले के पीछे कौन लोग है। ये शहरवासी जानना चाहते है। घटना कैसे और किस परिस्थिति में हुई किसके लिए बम बनाए जा रहे थे। कुछ भी सामने नहीं आया। केवल प्राथमिकी की कार्रवाई और मामले में जख्मी नकुल कुंभकार को जेल भेज मामले पर पर्दा डाल दिया गया। इतने गंभीर मामलों पर कोई गतिविधि पुलिस की नजर नहीं आ रही। 19 दिसंबर को डिमना बस्ती निवासी पशुपति कुंभकार के मकान के एक इलेक्ट्रानिक्स दुकान में हुए विस्फोट में नकुल कुंभकार, विश्वनाथ कुंभकार और भुवनेश्वर कुंभकार जख्मी हो गए थे। सभी को टीएमएच में दाखिल कराया गया था। घटना के दिन ही विश्वनाथ की टीएमएच में मौत हो गई थी। दो दिन बाद भुवनेश्वर ने भी दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने नकुल स्वास्थ्य होने पर उसे गिरफ्तार न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। उसने घटना के पीछे शिवा समेत कई का नाम बताया था, लेकिन कुछ नही हुआ। घटना के 16 दिन बीत गए। वरीय अधिकारी मामले में पूछे जाने पर ये कहते कि जांच चल रही है इसमें शामिल बदमाशों को पकड़ा जाएगा।