135 रुपये दे रहे दुरंतो के यात्री, मिल रहा मात्र 56 रुपये का खाना
आरआइसीटीसी ने हावड़ा-मुंबई और हावड़ा-पुणे दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों में भोजन सप्लाई का अधिकार कंपनी एक्सप्रेस फूड को दे दिया है।
जमशेदपुर [गुरदीप राज]। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आरआइसीटीसी) ने हावड़ा-मुंबई और हावड़ा-पुणे दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों में भोजन सप्लाई का अधिकार कंपनी एक्सप्रेस फूड को दे दिया है। एक्सप्रेस फूड ने खुद खाना नहीं बना कर एक व्यक्ति को एक प्लेट खाना बनाने के एवज में 38 रुपये का ठेका दे दिया है। इस वजह से रेल यात्रियों की हकमारी हो रही है।
38 रुपये के भोजन में अलग से 16 रुपये का दही व आइस्क्रीम दिया जाता है। अन्य खर्च दो रुपये जोड़कर कुल 56 रुपये का भोजन यात्रियों तक पैक होकर पहुंचता है। जबकि यात्रियों द्वारा उक्त भोजन के एवज में करीब 135 रुपये रेलवे की ओर से भुगतान किया जाता है। शेष 79 रुपये कहां और किसके पास पहुंचाए जाते हैं, यह पता नहीं। दुरंतो के भोजन का चेक भी नहीं होता है। बोनलेस चिकन यात्रियों को देने का नियम है लेकिन हड्डी चिकन यात्रियों को सप्लाई की जाती है। इससे उसका वजन बढ़ जाता है।
दुरंतो एक्सप्रेस के पेंट्री कार के कर्मचारियों को नहीं कटता है पीएफ
दुरंतो एक्सप्रेस के यात्रियों को भोजन सप्लाई करने के लिए जिन कर्मचारियों को रखा गया है उन्हें करीब 250 रुपये प्रतिदिन दिया जाता है। इतना ही नहीं इन कर्मचारियों को पीएफ तक नहीं कटता है। ट्रेन में करीब 45 कर्मचारी काम करते हैं। इस पर रेल अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।
यह भोजन करना है सप्लाई
-दाल : 100 ग्राम
-रोटी :100 ग्राम
-सब्जी :150 ग्राम
मांसाहारी या शाकाहारी
-भुजिया : 40 ग्राम
-चावल :100 ग्राम
-दही 90 मिली लीटर
-आइसक्रीम : 80-100 मिली लीटर
-आचार :15 ग्राम
सेल कीचन को टाटानगर में नहीं मिल जगह
जगह की कमी की वजह से इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) को सेल कीचन बनाने के लिए टाटानगर में जगह नहीं मिली। जिसके कारण खाना बनाने का काम एक्सप्रेस फूड को ही सौंप दिया गया। आइआरसीटीसी किसी दूसरे एजेंसी से भोजन बनवाकर दुरंतों एक्सप्रेस में सप्लाई कर सकते हैं या नहीं, इस नियम की जानकारी हासिल करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
-युवराज मिंज, मैनेजर, आइआरसीटीसी, कैटरिंग, रांची
कराई जाएगी जांच
आइआरसीटीसी ने एक्सप्रेस फूड को दुरंतो एक्सप्रेस में भोजन सप्लाई करने के लिए अधिकृत किया है। अगर 38 रुपये में एक्सप्रेस फूड किसी ओर से भोजन बनवा रहा है, तो इसकी जांच की जाएगी।
-चंद्रा साव, ग्रुप जनरल मैनेजर कोलकाता आईआरसीटीसी
एक्सप्रेस फूड का दावा, खुद बनाकर करता सप्लाई
फूड मुझे दुरंतों एक्सप्रेस में खाना सप्लाई करने का अधिकार आइआरसीटीसी ने दिया है। मैं सेल कीचन में खाना बनवाकर इसकी सप्लाई करवा रहा हूं। तय मानक के अनुसार ही पैसे ले रहा हूं।
-विष्णु पांडेय, संचालक, एक्सप्रेस फूड
रेलकर्मियों को मिलेगा ब्रीफकेस व लैपटॉप बैग
रेलवे अब अपने कर्मचारियों को आठ हजार रुपये तक के ब्रीफकेस, लैपटॉप बैग, सिलिंग बैग देगा। यह निर्देश गार्डेनरीच से जारी किया गया है। रेलकर्मी अपने ग्रेड के हिसाब से पहले अपने रुपये लगाकर बैग की खरीदारी करेंगे। इसके बाद बिल रेलवे को जमा करना होगा, बिल देखने को बाद रेलवे उक्त बैग की रकम का भुगतान कर देगी। प्रिसिंपल हेड आफ डिपार्टमेंट को आठ हजार रुपये, स्पेशल एरिया ग्रुप को 65,00, जज एडज्यूटेंट जनरल को 5000, सीनियर स्केल को 4000, जूनियर स्केल को 3500, सीनियर सुपरवाइजर, इंस्पेक्टर चीफ ओएस को 3000 रुपये तक का बैग खरीद सकते हैं।
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