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केंद्रीय मंत्री के घर के पास की मुख्य सड़कें बदहाल

दीपक तले अंधेरा वाली कहावत राज्य के तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे व वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में कैबिनेट मंत्री बने अर्जुन मुंडा के लिए सटीक बैठती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 09:09 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:23 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री के घर के पास की मुख्य सड़कें बदहाल
केंद्रीय मंत्री के घर के पास की मुख्य सड़कें बदहाल

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 'दीपक तले अंधेरा' वाली कहावत राज्य के तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे व वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में कैबिनेट मंत्री बने अर्जुन मुंडा के लिए सटीक बैठती है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के आवास घोड़ाबाधा से होते हुए मुख्य सड़क बड़ाबांकी नेशनल हाइवे 33 को जोड़ती है। यह सड़क को बने कई वर्ष बीत गए, लेकिन दुबारा कभी इसका रिपेयरिग भी नहीं हुआ। एक बड़ा हाई मास्ट लाइट लगा हुआ है, जिससे शाम-रात में लोगों को ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर चलने में राहत मिलती थी, लेकिन वह भी अब बंद हो गया है। जबकि इस इलाके की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। चारों ओर बड़े-बड़े अपार्टमेंट बन रहे हैं। इसके बावजूद यहां आम जनता नागरिक सुविधा से वंचित है।

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स्थानीय लोग कहते हैं कि घोड़ाबांधा क्षेत्र जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जबकि जुगसलाई के विधायक रामचंद्र सहिस भी आज मंत्री पद को सुशोभित कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र में निवास करने वाले आम नागरिक सुविधा से वंचित हैं तो अन्य इलाके का भगवान ही मालिक होगा।

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क्या कहते हैं लोग

शहर से घोड़ाबांधा जाने वाली मुख्य सड़क इतनी जर्जर है कि रात में सड़क पर चलना मुश्किल है, जबकि इस क्षेत्र की आबादी तेजी से बढ़ रही है, इसके बावजूद सड़क की स्थिति खराब है।

-- असीम चक्रवर्ती, आलोक विहार घोड़ाबांधा मुख्य सड़क को बने वर्षो बीत गए, यह पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है, लेकिन इसका न रिपेयरिग हो रहा है और न नई सड़क ही बन रही है। हमेशा सुनने को मिलता है कि सड़क का चौड़ीकरण होगा, लेकिन सब बातें हवा में होती है।

- अमन कुमार शर्मा, घोड़ाबांधा

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एक तो घोड़ाबांधा मुख्य सड़क जर्जर है, ऊपर से सड़क के किनारे लगी स्ट्रीट लाइट कहीं-कहीं ही जलती नजर आती है। इससे भ्रम की स्थिति बन जाती है। राह चलना मुश्किल हो जाता है।

--बोलाई घोष, घोड़ाबांधा

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हमलोग के घर के पास केंद्रीय मंत्री रहते हैं। सोचे थे कि केंद्रीय मंत्री बन रहे हैं तब इस क्षेत्र का कल्याण हो जाएगा। सड़कें चौड़ी होगी, चकाचक लाइट रहेगी, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो पाया।

-- संजीव बनर्जी, घोड़ाबांधा

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जब कोई बड़ा कार्यक्रम होता है तब सड़क पर लगी स्ट्रीट लाइट जलती है, लेकिन जब कोई बड़ा फंक्शन नहीं होता है तो स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। गुमटी के पास हाई मास्ट लाइट लगाई गया, लेकिन वह भी बंद रहता है।

-- शरद महतो, घोड़ाबांधा

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टेल्को से घोड़ाबांधा होते हुए मुख्य सड़क को बड़ाबांकी में राष्ट्रीय राजमार्ग 33 से जुड़ता है। ऐसी स्थिति में यदि यह सड़क का चौड़ीकरण कर दिया जाता तो शहरवासी को इससे काफी लाभ मिलता। स्थानीय नेता व प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।

--शशि चंद्रा, घोड़ाबांधा

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शाम होते ही सड़कें वीरान हो जाती हैं। इसका मुख्य कारण है अंधेरा होना। अंधेरा रहने के कारण घर की महिलाएं, लड़कियों का निकलना बंद हो जाता है। इस तरह की स्थिति से स्थानीय नेता निजात दिलाएं। --- एमसी मंडल, घोड़ाबांधा

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जब तक दुर्गा पूजा रहा तब तक लाइट की स्थिति ठीक थी। पूजा खत्म होते ही सड़क पर अंधेरा छा गया है। कहीं-कहीं एक-दो लाइट सड़क पर जलती हैं, लेकिन जर्जर सड़क पर हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

-संजय कुमार, घोड़ाबांधा


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