Indian railway : पार्सल एक्सप्रेस से दवा पहुंच रही शहर, कुरियर के मुकाबले ट्रेन का चार्ज भी कम Jamshedpur News
Indian railway. पार्सल एक्सप्रेस से दवा शहर पहुंच रही है। ट्रेन से दस किलो दवा 400 किलोमीटर तक पहुंचाने में मात्र 15 रुपये लगेंगे।
जमशेदपुर, जासं। Indian railway लॉकडाउन के दौरान रेलवे अब पार्सल एक्सप्रेस से दवा भी लौहनगरी में पहुंचा रहा है। रेलवे की इस सेवा से लौहनगरी में रहने वाले लोगों को राहत पहुंच रही है। क्योंकि कुरियर के मुकाबले ट्रेन से दवा मंगाना काफी सस्ता है।
प्रतिदिन दवा टाटानगर स्टेशन पहुंच रही है और दवा लेकर लोग राहत महसूस कर रहे है। पार्सल एक्सप्रेस से शहर के बड़े अस्पतालों के डाक्टरों द्वारा अकोला सहित अन्य शहरों से भी दवा मंगाया जा रहा है। एक मरीज के लिए दवा जरूरी है, इसके कारण ही दवा जल्द से जल्द गंतव्य तक रेलवे पहुंचा रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य खाद्य सामग्री भी रेलवे गंतव्य तक पहुंचा रहा है, जो ट्रकों व कुरियर के माध्यम से लौहनगरी में लाना संभव नहीं है।
पार्सल लेने व भेजने की प्रक्रिया
- पार्सल एक्सप्रेस के माध्यम से जिस व्यक्ति को दवा व जरूरी खाद्य सामान भेजना है उसका बिल लेकर घर से स्टेशन की ओर निकले। रास्ते में अगर पुलिस या सुरक्षा बल रोकते हैं तो उन्हें उक्त बिल दिखाकर स्टेशन में पार्सल बुक किया जा सकेगा।
- टाटानगर स्टेशन के पार्सल कार्यालय में पार्सल बुक करने के बाद रसीद मिलेगी, इसे वह रास्ते में पुलिस या सुरक्षा बल को दिखाकर घर पहुंच सकते हैं।
- जिस स्थान से पार्सल बुक हुआ है, वहां से पार्सल बुक करने वाले को उक्त रसीद की फोटो वाट्स एप या अन्य माध्यम से पार्सल प्राप्त करने वाले व्यक्ति को भेजना होगा। स्टेशन पहुंचने पर वह व्यक्ति उक्त फोटो को पार्सल अधिकारी को दिखाकर अपना पार्सल प्राप्त कर सकेगा। तब रेलवे से एक गेटपास जारी होगा जिसके बाद वह पार्सल को टाटानगर स्टेशन से निकाल कर अपने घर ले जा सकेगा।
यह है कुरियर व पार्सल का चार्ज
रेलवे के पार्सल एक्सप्रेस में एक किलो से दस किलोग्राम दवा अगर 50 किलोमीटर तक ले जाते हैं तो इसके लिए पार्सल बुक करने वाले को मात्र पांच रुपये ही देने पडेंगे। जबकि यही दवा अगर 400 किलोमीटर तक ले जाना हो तो सिर्फ 15 रुपये ही देने पड़ेंगे। जितना किलोमीटर ज्यादा होगा उतना ही रेलवे का चार्ज दवा पर कम होता जाएगा। जबकि कुरियर सेवा में चार्ज काभी ज्यादा है। कुरियर के माध्यम से अगर एक किलो दवा या उससे कम दवा रांची तक भेजना है तो उसके लिए दवा बुक करने वाले को 20 रुपये देना होगा। यानी दस किलो दवा बुक करने के लिए 200 रुपये तक देने पड़ेंगे।
ये कहते कुरियर संचालक
रांची व पूरे कोल्हान में दवा भेजने पर एक किलो दवा का चार्ज 20 रुपये लगता है। अगर डाल्टनगंज या उसके दूरी के मुकाबले झारखंड में ही दवा भेजना है तो प्रतिकिलो दवा का चार्ज 35 से 40 रुपये लगता है। लॉकडाउन के कारण फिलहाल रांची से ही दवा लौहनगरी पहुंच रही है।
- सत्येंद्र सिंह ,नाइट एंगल कुरियर
पार्सल एक्सप्रेस से दवा व अन्य सामान पहुंचाना कुरियर के मुकाबले काफी सस्ता है। लॉकडाउन में मरीजों के लिए दवा पहुंचाने का एक बेहतर माध्यम पार्सल एक्सप्रेस ही है। जो समय पर मरीजों तक दवा पहुंचा रही है।
-मनीष कुमार पाठक सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर मंडल