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डिग्री लेकर भटक रहे पारा मेडिकल कर्मी, नहीं मिल रही नौकरी, स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र

पूर्वी सिंहभूम जिले के पारामेडिकल कर्मी डिग्री लेकर भटक रहे है। कहीं भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। जबकि जिले के विभिन्न अस्पतालों में एक हजार से अधिक पद रिक्त पड़ा हुअा है। इसे देखते हुए पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष रामवृक्ष महतो...

By Vikram GiriEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 10:45 AM (IST)
डिग्री लेकर भटक रहे पारा मेडिकल कर्मी, नहीं मिल रही नौकरी, स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र
डिग्री लेकर भटक रहे पारा मेडिकल कर्मी। जागरण

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । पूर्वी सिंहभूम जिले के पारामेडिकल कर्मी डिग्री लेकर भटक रहे है। कहीं भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। जबकि जिले के विभिन्न अस्पतालों में एक हजार से अधिक पद रिक्त पड़ा हुअा है। इसे देखते हुए पारा मेडिकल स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष रामवृक्ष महतो ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखकर समस्याओं से अवगत कराया है। उन्होंने मंत्री को पत्र लिखकर स्थायी नियुक्ति के लिए ग्रेड पे 5200 के तहत पद सृजित एवं नियुक्ति नियमावली बनाकर स्थायी करने की मांग की है।

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उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बताया है कि वर्ष 2006 से महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित राज्य के तीनों मेडिकल कॉलेजों में उत्तीर्ण प्रशिक्षित पारामेडिकल छात्रों की नियुक्ति करने की मांग किया है। जिले में 244 उप-स्वास्थ्य केंद्र, 18 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), नौ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व 11 शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एक जिला अस्पताल और एक मेडिकल कॉलेज संचालित है लेकिन यहां पर कई वर्षों से पारा मेडिकल कर्मियों के पद रिक्त पड़ा हुआ है। वहीं कई जगहों पर सिर्फ भवन बनाकर छोड़ दिया गया है। इससे न तो मरीजों को इलाज मिल पा रही है और न ही उनको नौकरी।

ऐसे में बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है। हर साल सैकड़ों छात्र पारा मेडिकल की डिग्री लेकर निकल रहे हैं लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण वे काफी ज्यादा तनाव में है। अगर जल्द ही सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई तो वे लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे।


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