Jamshedpur News: टीएसडीपीएल की दक्षता परीक्षा में शामिल हुए 400 से ज्यादा कर्मचारी
TSDPL proficiency Test. टीएसडीपीएल के तीनों प्लांट सीआर बारा व एढग लाइन में शुक्रवार को दक्षता परीक्षा हुई जिसमें 400 से ज्यादा ठेका मजदूर शामिल हुए। अव्वल होने वाले मजदूरों की मजदूरी सरकार द्वारा निर्धारित दर से मिलेगी।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्राइवेट लिमिटेड (टीएसडीपीएल) में दो साल से ज्यादा दिनों तक काम करने वाले ठेका मजदूरों की स्किलनेस (दक्षता) परीक्षा हुई। टीएसडीपीएल के तीनों प्लांट सीआर, बारा व एढग लाइन में शुक्रवार को दक्षता परीक्षा हुई जिसमें 400 से ज्यादा ठेका मजदूर शामिल हुए। चार ग्रेड- अकुशल श्रेणी, अर्द्धकुशल, कुशल अति कुशल श्रेणी। चारों श्रेणियों में मजदूरों की परीक्षा ली गई। उसमें अव्वल होने वाले मजदूरों की मजदूरी सरकार द्वारा निर्धारित दर से मिलेगी।
दक्षता परीक्षा के बाद अगले माह स्थायीकरण परीक्षा
टीएसडीपीएल के ठेका मजदूरों को स्थायी किया जाएगा। इसे लेकर दक्षता परीक्षा के बाद उन लोगों की स्थायीकरण परीक्षा होगी। ये ठेका मजदूर वर्षों से स्थायीकरण की बाट जोह रहे हैं।
स्थायीकरण का मिला है आश्वासन
टीएसडीपीएल में ठेका मजदूरों को स्थायीकरण करने का आश्वासन मिला है। यूनियन ने मार्च के अंत तक परीक्षा होने फिर उसमें अव्वल रहने वालों को परमानेंट करने का आश्वासन दिया है। प्रबंधन यूनियन के बीच स्थायीकरण के लिए सहमति बनी है। इसे लेकर कम से कम तीन साल तक कंपनी में ठेका मजदूरों का काम करना आवश्यक है। कंपनी की आचार संहिता का पालन करने, किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देने को कहा गया है। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद मौखिक जांच होगी फिर अभ्यर्थी को मेडिकल प्रक्रिया से गुजरना होगा।
2008 में 72 ठेका मजदूरोंं का स्थायीकरण हुआ था
कंपनी प्रबंधन व यूनियन के बीच 23 मार्च 1998 व 24 जनवरी 2003 के समझौते के आधार पर स्थायीकरण किया जाता है। स्थायीकरण को लेकर 2014 में 500 ठेका मजदूरों ने लिखित व मौखिक परीक्षा दी थी। इसके आधार पर 52 मजदूरों को स्थायी किया गया था। 2006 में 80 ठेका मजदूरों को स्थायी किया गया था। वरीयता, काम करने की दक्षताव अनुभव को देखते हुए मजदूरों को स्थायी हुआ था। 2008 में 72 ठेका मजदूरोंं का स्थायीकरण हुआ था।