केबल अधिग्रहण पर रेस से बाहर, झारखंड में निवेश नहीं : आरआर केबल चेयरमैन
आरआर केबल के चेयरमैन त्रिभुवन काबरा ने घोषणा कर दी है कि वे इंकैब इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण से बाहर हैं। वहीं झारखंड में कंपनी स्थापित कर निवेश करने से भी इन्कार किया।
जासं, जमशेदपुर : आरआर केबल के चेयरमैन त्रिभुवन काबरा ने घोषणा कर दी है कि वे इंकैब इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण से बाहर हैं। वहीं, झारखंड में कंपनी स्थापित कर निवेश करने से भी इन्कार किया।
बिष्टुपुर स्थित एक होटल में गुरुवार शाम पत्रकारों से बात करते हुए त्रिभुवन काबरा ने स्पष्ट किया कि इंकैब इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के लिए हमने पैसे निवेश किए थे लेकिन अब वे पिक्चर में नहीं है।
अप्रैल 2000 से बंद इंकैब इंडस्ट्रीज का मामला आज भी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की कोलकाता बेंच और झारखंड हाई कोर्ट में विचाराधीन है। इस कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए सबसे पहले आरआर केबल ने ही पहल की थी लेकिन चेयरमैन ने घोषणा कर दी कि वे अब पिक्चर में नहीं है।
झारखंड में निवेश करने की बात पर चेयरमैन ने कहा कि जिस राज्य से 70 प्रतिशत कच्चा माल, 15 प्रतिशत बाजार, दक्ष मजदूर और लॉ एंड आर्डर की परेशानी न हो, हम निवेश वहीं करेंगे। इस मामले में गुजरात सबसे आदर्श है। झारखंड सरकार इस तरह की सुविधाएं हमें दें तो हम भी निवेश पर विचार करेंगे।
इसके बाद डीलर मीट का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने वायर केबल, पंखा, लाइट फिटिग, स्विच, गीजर, कूलर, आयरन, वाटर हीटर सहित सभी उत्पादों की जानकारी दी। इस मौके पर कंपनी की ओर से सीईओ विवेक अबरॉल, पूर्वी क्षेत्र के जोनल हेड प्रसन्ना दास, झारखंड हेड अविनाश कुमार, इम्तियाजुल हक, सुमंता जाना, संतोष सिंह सहित शहर के डिस्ट्रीब्यूटर उपस्थित थे। 1000 करोड़ का करेंगे निवेश
चेयरमैन त्रिभुवन काबरा ने बताया कि हमारा ग्रुप घर निर्माण में उपयोग होने वाले सभी उत्पाद पर निवेश कर रहा है। इसके लिए कंपनी 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वर्तमान में कंपनी का टर्नओवर 7500 करोड़ रुपये है जिसे अगले पांच वर्षो में बढ़ाकर 20 हजार करोड़ रुपये करना है।