झारखंड में कोचिंग संस्थान खोलने की मांग को लेकर संचालकों ने दिया धरना
झारखंड में कोचिंग संस्थान को खोलने की मांग को लेकर जमशेदपुर कोचिंग संघ ने साकची आम बगान में नेताजी जयंती के दिन उपवास सह धरना कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम विभिन्न विपक्षी पार्टियों के नेताओं द्वारा भी किया गया।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड में कोचिंग संस्थान को खोलने की मांग को लेकर जमशेदपुर कोचिंग संघ ने साकची आमबगान में नेताजी जयंती के दिन उपवास सह धरना कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम विभिन्न विपक्षी पार्टियों के नेताओं द्वारा भी किया गया।
कोचिंग संघ के विनय सिंह व श्रीमन नारायण त्रिगुण ने बताया कि पड़ोसी राज्य बिहार में चार जनवरी से कोचिंग संस्थान खोल दी गई है। झारखंड में सिनेमा हॉल को छोड़कर अन्य सारे संस्थान खोल दिए गए है। बावजूद इसके कोचिंग संस्थानों को अनुमति अब तक प्रदान नहीं की गई है। यह उनके साथ ज्यादाती है। जब सब कुछ हो रहा है तो कोचिंग संस्थान को बंद क्यों रखा जा रहा है यह समझ से परे है। इस कारण छात्र दूसरे राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पलायन कर रहे हैं। कोचिंग संस्थानों का किराया देना मुश्किल हो रहा है।
10 हजार शिक्षक हो गए हैंं बेरोजगार
मालूम हो कि गत 15 मार्च 2020 से कोविड-19 के कारण जमशेदपुर सहित झारखंड के संपूर्ण कोचिंग संस्थान बंद हैं। इस कारण कोचिंग संस्थान पर आश्रित लगभग 10 हजार शिक्षक बेरोजगार हो गए है। जीवन-यापन की समस्या उत्पन्न हो गई है। साथ ही अनेक प्रकार की अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन संस्थानों को खोलने को लेकर उपायुक्त से भी मांग की जा चुकी है। इस मामले को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा तमाम जनप्रतिनिधयों को ज्ञापन भेजा जा चुका है। बावजूद इस पर किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है। अगर 26 जनवरी तक इन संस्थानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाती है तो इसके बाद संघ कई तरह का आंदोलन करेगा।