Unlock 1.0 : यहां पटरी पर लौटने की बेताबी, पूजा-पाठ के साथ खुलीं दुकानें; बाजार में रौनक दिखी Jamshedpur News
Unlock 1.0. राजेश अग्रवाल ने बताया कि दुकान खोलने की अनुमति मिलने की बात सोचकर ही मुझे रात भर नींद नहीं आई। सुबह उठकर स्नान ध्यान के बाद सीधे दुकान आ गया।
जमशेदपुर, जासं। दुकान खोलने की छूट मिलने से दुकानदारों ने राहत की सांस ली। ये दो माह से दुकान बंद कर सरकारी आदेश का इंतजार कर रहे थे। मंगलवार की सुबह शहर के साकची, बिष्टुपुर, जुगसलाई, गोलमुरी सहित अन्य बाजार में दुकानों के ताले खुले। दुकानों की साफ-सफाई के बाद पूजा-पाठ कर दुकानदार अपने काउंटर पर बैठे। उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी।
उन्होंने ईश्वर को शुक्रिया अदा किया कि चलो दो माह बाद ही सही, लेकिन व्यापार तो शुरू हुआ। सभी दुकानों में कुछ बदलाव भी नजर आया। दुकानों के बाहर ही सैनिटाइजर व हैंडवाश की व्यवस्था की गई थी। साथ ही दुकानें के कर्मचारी व मालिक मास्क लगाकर बैठे नजर आए। साकची आम बागान के पास स्थित माई च्वाइस नामक इलेक्ट्रानिक्स के मालिक राजेश अग्रवाल ने बताया कि दुकान खोलने की अनुमति मिलने की बात सोचकर ही मुझे रात भर नींद नहीं आई। सुबह उठकर स्नान ध्यान के बाद सीधे दुकान आ गया। बताया कि नुकसान तो इतना अधिक हो गया कि निकट भविष्य में इसकी भरपाई मुश्किल होगी। क्योंकि गर्मी के सीजन के लिए अक्टूबर से दिसंबर तक उपकरण खरीदकर रखते हैं। इस बार सीजन तो हाथ से निकल गया।
जादूगोड़ा से मोबाइल खरीदने आए : पंकज
दुकान खुलने के साथ ही जादूगोड़ा से मोबाइल खरीदने आए पंकज गुप्ता आज इस दुकान के पहले ग्राहक बने। पंकज ने बताया कि मेरा मोबाइल खराब हो गया था, काफी परेशान रहता था। जैसे ही दुकान खुली मैं दोस्त के साथ जमशेदपुर आ गया।
गोलमुरी में खुली बर्तन की दुकान
लॉकडाउन में छूट के बाद पहली बार गोलमुरी बाजार में चहल पहल नजर आई। लॉकडाउन के बाद पहली बार बर्तन की दुकान खुली थी, ग्राहक दुकान में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए व सैनिटाइजर लगाने के बाद ही दुकान में प्रवेश कर रहे थे। दत्ता बर्तन के मालिक सुमित दत्ता ने बताया कि दुकान बंद होने से लाखों का नुकसान उठाना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने सरकार के गाइडलाइन के अनुसार ही काम किया। दुकान खोलने की जानकारी मिलते ही मुझे खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसा लगा मानों वर्षों बाद कोई खजाना मिल गया हो।
बर्तन दुकान नहीं खुलने से मैं परेशान थी : रिचा झा
गोलमुरी निवासी रीचा झा ने दो माह से बर्तन दुकान खुलने का इंतजार कर रही थी। रिचा ने बताया कि मेरे घर में बच्चों की मांग डोसा खाने की थी, लेकिन डोसा तवा नहीं होने के कारण डोसा नहीं बना पा रही थी। आज दुकान खुलते ही मैं सबसे पहले तवा खरीदने पहुंची।