One Stop Center : जानकारी के अभाव में महिलाएं नहीं पहुंच पातीं वन स्टॉप सेंटर
One Stop Center. वन स्टॉप सेंटर खोला गया है। जहां घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को हर सुविधा एक ही छत के नीचे प्रदान की जाती है।
जमशेदपुर,मनोज सिंह। जमशेदपुर शहर में वन स्टॉप सेंटर चल भी रहा है। इसकी जानकारी पीड़ितों को नहीं है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मई में घरेलू हिंसा व यौन उत्पीड़न के सिर्फ चार ही मामले पहुंचे।
जानकारी के अभाव में पीड़ित महिलाएं थाने से लेकर कोर्ट तक का चक्कर लगाकर हजारों रुपये गंवा बैठती हैं। इसके बाद न्याय को भगवान के भरोसे छोड़ देती हैं। ऐसी ही घरेलू उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के लिए भारत सरकार बाल कल्याण मंत्राालय की ओर से जमशेदपुर में वन स्टॉप सेंटर खोला गया है। जहां घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को हर सुविधा एक ही छत के नीचे प्रदान की जाती है। मसलन हिंसा की शिकार महिलाओं को तत्काल चिकित्सा से लेकर कानूनी सहायता और तत्काल अस्थायी आश्रय भी प्रदान किया जाता है।
सेंटर में कौन-कौन करता है काम
- नर्स- 2
- वकील-2
- महिला काउंसलर-1
- पुरुष काउंसलर-1
- पारा लीगल वोलंटियर-2
फिलहाल ये हैं तैनात
- केडी गोस्वामी -प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर
- स्नेहलता -महिला काउंसलर
- उत्तम कुमार साव व प्रसिश मरांडी -सदस्य
- रूपा कुमारी व जानकारी-नर्स
- संदीप सिंह व सुनैना पांडेय -अधिवक्ता
- रामया एस. -पारा लिगल वालेंटियर
किस-किस मामले का होता है निदान
- यौन उत्पीड़न
- दहेज उत्पीड़न
- साइबर क्राइम
- गुमशुदगी
- घरेलू हिंसा
प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण कम आते हैं लोग
सेंटर में काउंसलर, दो नर्स, दो अधिवक्ता, दो पीएलवी, को-आर्डिनेटर तैनात हैं। जानकारी के अभाव में पीड़ता सेंटर तक नहीं पहुंच पातीं। सेंटर में अप्रैल से जून तक मात्र 14 मामले ही आए हैं। प्रचार- प्रसार नहीं होने के कारण इस सेंटर के बारे में लोगों को कम ही जानकारी होती है। फिलहाल इस बाबत सभी प्रमुख स्थानों यथा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, साकची बाजार आदि इलाके में होर्डिंग लगाने की योजना है।
-केडी गोस्वामी, को-ऑर्डिनेटर, वन स्टॉप सेंटर।