हुडको डैम निगल गया बूढ़ी मां का सहारा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : छोटा गोविंदपुर के सुंदरहातु निवासी 45 वर्षीय राजू पिंगुआ की सोमवा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : छोटा गोविंदपुर के सुंदरहातु निवासी 45 वर्षीय राजू पिंगुआ की सोमवार को हुडको डैम में डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर डैम के सुरक्षा गार्ड ने टेल्को पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे और राजू के शव को पानी से निकाला। पेशे से कुली राजू दो दिन से बारिश के चलते काम नहीं मिलने की वजह से डैम में घोंघा पकड़ने गया था, जहां वह खुद ही डूब गया। राजू अपनी बूढ़ी मां को इकलौता सहारा था।
राजू पिंगुआ सोमवार की दोपहर हुडको डैम में घोंघा पकड़ने के लिए गया था। डैम में पानी की गहराई ज्यादा होने के कारण राजू का पांव फिसल गया और वह डूबने लगा। उसने मदद मांगी लेकिन वहां नहा रहे लोग भी पानी गहरा होने के कारण राजू की मद्द को नहीं बढ़े। राजू की पत्नी छह माह पहले ही उसे छोड़कर चली गयी है। राजू अपनी 80 वर्षीय बूढ़ी मां के साथ रहता था।
मौत की खबर पा बदहवास हुई मां
जिस उम्र में बुजुर्ग मां-पिता का सहारा बेटा होता है, उस उम्र में 80 वर्षीय दुर्गी पिंगुआ का बेटा राजू पिंगुआ इस दुनिया चला गया। यह खबर जब बस्तीवालों ने राजू की मां को दी तो दुर्गी के होश उड़ गये। वह रोते हुए कहने लगी कि वे दोनों मां बेटे रूखी-सूखी खाकर किसी तरह गुजर बसर कर रहे थे। उसे अपने बेटे का ही सहारा था। अब इस उम्र में कौन सहारा देगा। पहले उसकी बहू उसे छोड़कर चली गई और अब भगवान ने उसके बेटे को ही उससे छीन लिया। उसने ऐसा क्या गुनाह किया था कि भगवान इस उम्र में उसे ऐसे दुख दे रहा है। एक बेटा ही था जिसे देखकर वह जी रही थी अब वह किसके सहारे इस दुनिया में रहेगी।
वहीं, राजू पिंगुआ के दूसरे रिश्तेदार जो सालगाझुड़ी में रहते हैं, उनलोगों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। राजू अपनी मां के साथ किराये के मकान में सुंदरहातु में रहता था।