प्रशासनिक अधिकारियों ने सरकारी स्कूली में बच्चों को पढ़ाया पाठ
उपायुक्त रविशकर शुक्ला के दिशा-निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा चयनित कुल 53 माध्यमिक एवं इंटरमीडिएट स्कूलों को गोद लेने के बाद जिले के वरीय पदाधिकारियों ने बच्चों के साथ समय बिताना शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : उपायुक्त रविशकर शुक्ला के दिशा-निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा चयनित कुल 53 माध्यमिक एवं इंटरमीडिएट स्कूलों को गोद लेने के बाद जिले के वरीय पदाधिकारियों ने बच्चों के साथ समय बिताना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में मंगलवार को जिला पंचायती राज पदाधिकारी डॉ. रजनीकात मिश्रा बिरसानगर के उच्च विद्यालय में बच्चों से संवाद स्थापित करते हुए उनका मार्गदर्शन किया। दसवीं परीक्षा की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें समय सारिणी बनाकर तैयारी करने का सुझाव दिया। उन्होने कहा कि नियमित 5-6 घटे की पढ़ाई से सभी बच्चे अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। इससे पहले डॉ. मिश्रा ने शिक्षकों से बच्चों का फीडबैक लिया और पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान को कहा।
मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने पोटका प्रखंड स्थित अपग्रेडेड हाईस्कूल, संग्राम में करीब दो घटे तक समय बिताया। इस दौरान अलग-अलग कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। मेहनत करने वाले बच्चों का भविष्य उ“वल होता है। दूसरों के लिए नहीं, बल्कि अपने भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करें और जीवन को सही दिशा दें। इस दौरान उन्होंने कंप्यूटर लैब का भी निरीक्षण किया और उपलब्ध व्यवस्था पर खुशी जताई।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार गोद लिए राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय, हेंसड़ा (पोटका) गए थे, जहां उपलब्ध संसाधनों का जायजा लिया। इसके बाद स्कूल में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की स्थिति, लैब, 10वीं की परीक्षा देने वाले बच्चों के लिए मॉडल पेपर के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने बोर्ड परीक्षा से पहले बच्चों को नियमित रूप से मॉडल पेपर सेट का प्रैक्टिस कराने का सुझाव दिया।