अब 39 दिनों तक टाटा मोटर्स में हो सकता है ब्लॉक-क्लोजर
टाटा मोटर्स में अब 24 के बजाय 39 दिनों तक ब्लॉक-क्लोजर लेने पर सहमति बन गई है। अभी तक एक वित्तीय वर्ष में 24 दिनों तक ब्लॉक-क्लोजर लेने का प्रावधान था जो अब और 15 दिन बढ़ने के बाद यह समय-सीमा 39 दिन हो गया है।
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में अब 24 के बजाय 39 दिनों तक ब्लॉक-क्लोजर लेने पर सहमति बन गई है। अभी तक एक वित्तीय वर्ष में 24 दिनों तक ब्लॉक-क्लोजर लेने का प्रावधान था, जो अब और 15 दिन बढ़ने के बाद यह समय-सीमा 39 दिन हो गया है। यह फैसला बुधवार को शाम प्रबंधन-यूनियन की ज्वाइंट मैनेजमेंट कमेटी जेएमसी की बैठक में लिया गया। टाटा मोटर्स पर कोरोना महामारी की मार का असर दिखने लगा है । कलपुर्जों की कमी और बाजार में गिरती मांग के कारण पिछले कई माह से उत्पादन आयी कमी को देखते हुए प्रबंधन और यूनियन को ब्लॉक क्लोजर की अवधि बढ़ाने पर फैसला लेने के लिए बाध्य कर दिया। जेएमसी की बैठक में अस्थायी रूप से एक साल में 39 दिन ब्लॉक-क्लोजर लेने का निर्णय लिया गया I बैठक में प्लांट हेड विशाल बादशाह, जीएम दीपक कुमार आदि शीर्ष अधिकारी तथा यूनियन से अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह, अजय भगत, प्रकाश विश्वकर्मा, अनिल शर्मा समेत सभी पदाधिकारी शामिल हुए।
टाटा स्टील ने माल परिवहन के लिए 27 इलेक्ट्रिक भारी वाहन उतारे
कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए टाटा स्टील ने बुधवार को अपने जमशेदपुर प्लांट में 27 भारी इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों को उतारा। जो माल डिलीवरी के उपयोग में लाए जाएंगे। टाटा स्टील ने अपने साहिबाबाद प्लांट में 29 जुलाई को यह पहल कर चुकी है। बुधवार को टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (स्टील मैन्युफैक्चरिंग) सुधांशु पाठक, वाइस प्रेसिडेंट (सप्लाई चेन) पीयूष गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट (सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनबिलिटी) व टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से वाहन को झंडा दिखाकर रवाना किया। टाटा स्टील प्रबंधन ने इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती के लिए भारतीय स्टार्टअप के साथ करार किया है। टाटा स्टील के पास 35 टन न्यूनतम क्षमता वाले 27 इलेक्ट्रिक व्हीकल की तैनाती की है। कंपनी की योजना जमशेदपुर में 15 व साहिबाबाद में 12 ईवी संयंत्र तैनात करने की है।-कार्बन उतसर्जन कम करना है लक्ष्य : सुधांशुइस अवसर पर वाइस प्रेसिडेंट सुधांशु पाठक का कहना है कि हमारा लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। इसके लिए हम टेक्नोलॉजी को अपना रहे हैं। वहीं, पीयूष गुप्ता का कहना है कि इस पहल से ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। -इलेक्ट्रिक व्हीकल में 275 केडब्ल्यूएच लिथियम बैटरीटाटा स्टील में जो इलेक्ट्रिक वाहन तैनात किए जा रहे हैं वे 2.5 टन व 275 केडब्ल्यूएच लिथियम आयन बैटरी पैक शामिल है। इसमें एक कूलिंग सिस्टम और बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम है। जिसकी मदद से 60 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी संचालित करने की क्षमता है। इसका बैटरी पैके 160 केडब्ल्यूएच चार्जर सेटअप द्वारा संचालित होगा जो 95 मिनट में बैटरी को शून्य से 100 प्रतिशत तक चार्ज कर देगा। प्रत्येक इलेक्ट्रिक वाहन हर साल 125 टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं करेगा।