Indian railway :अब रेलवे ट्रैक की सैटेलाइट से हो रही निगरानी Jamshedpur News
Indian railway. मुंबई से करीब सात लाख का सैटेलाइट डिवाइस टाटानगर में मंगाया गया है।इसकी मदद से 25 किलोमीटर लंबी ट्रैक के अक्षांश व देशांतर पैरामीटर को आसानी से रेलकर्मी देख सकेंगे।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 08:42 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 08:42 PM (IST)
जमशेदपुर, गुरदीप राज। टाटानगर की रेल पटरियों को सुविधाजनक और पूरी तरह से एक समान बनाने के लिए इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी सैटेलाइट की मदद ले रहे हैैं। इसके लिए मुंबई से करीब सात लाख का सैटेलाइट डिवाइस टाटानगर में मंगाया गया है।
इसकी मदद से 25 किलोमीटर लंबी ट्रैक के अक्षांश व देशांतर पैरामीटर को आसानी से रेलकर्मी देख सकेंगे। इससे ट्रैक को समतल बनाने में मदद मिलेगी। पहले 300 से 400 मीटर तक आटो लेबल मशीन द्वारा ट्रैक को देखा जाता था। लेकिन, अब आॉनलाइन सिस्टम से ट्रैक को देखने का काम हो रहा है। सैटेलाइट डिवाइस के जरिए राखामाइंस, आसनबनी, टाटानगर व गम्हरिया के पार ट्रैक को स्मूथ कर दिया गया है।
आसनबनी से झारसुगड़ा तक थ्री डी फिल्मिंग का डाटा तैयार
आसनबनी से झारसुगुड़ा के मुख्य लाइन की थ्री डी फिल्मिंग का डाटा तैयार कर लिया गया है। पूरे मंडल के मुख्य लाइन को एक कंप्यूटर के माध्यम से बैठे-बैठे आराम से देखा जा सकता है। इस थ्री डी फिल्मिंग के माध्यम से दो रेल के बीच की दूरी, जमीन से ट्रैक की ऊंचाई व रेल के दोनों ऊपरी हिस्से की चौड़ाई को आसानी से नापा जा सकता है। इसे नापने के लिए ट्रैक पर मशीन से रोल कराया जाता है। रोल के दौरान डिवाइस के माध्यम से ट्रैक की गड़बड़ी को दूर बैठे अधिकारी पता कर लेते हैैं। फिर उस रेल को बदलने या उसे ठीक करने का काम शुरू किया जाता है।
ट्रैक से जरकिंग को किया जा रहा कम
ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के लिए ट्रैक में अगर किसी तरह की जर्किंग है तो उसे दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि ट्रेन सीधी व सपाट पटरियों पर स्पीड से दौड़े। ट्रैक के स्मूथ होने से एलएचवी (लिंक हाफमैन बुश) कोच तो इन पटरियों पर बिना झटके के दौड़ेंगी ही, साथ में पुराने कोच सीबीसी (सेंट्रल बफलर कपलिंग) भी बिना झटके के ही अब हावड़ा-मुंबई मुख्य मार्ग पर दौड़ेंगी।
पूरी स्पीड के साथ होगा ट्रेनों का परिचालन
आसनबनी से झारसुगुड़ा तक मुख्य लाइन का थ्रीडी फिल्मिंग का डाटा बना लिया गया है। अब बैठे-बैठे पूरे मंडल के ट्रैक की गड़बडिय़ों को आसानी से कंप्यूटर के माध्यम से देखा जा सकता है। जल्द ही इन ट्रैकों पर पूरी स्पीड के साथ ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा।
- मनीष कुमार पाठक, सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर मंडल
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