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टाटा मोटर्स और ड्राइवलाइंस का नहीं हुआ विलय, अलग-अलग लाइसेंस पर चल रहीं कंपनियां

विलय के बाद भी टाटा मोटर्स और टीएमएल ड्राइवलाइंस कंपनी ने एकल लाइसेंस नहीं लिया और दोनों कंपनियां अलग-अलग लाइसेंस पर चल रहीं हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 10:45 AM (IST)Updated: Wed, 13 Mar 2019 10:45 AM (IST)
टाटा मोटर्स और ड्राइवलाइंस का नहीं हुआ विलय, अलग-अलग लाइसेंस पर चल रहीं कंपनियां
टाटा मोटर्स और ड्राइवलाइंस का नहीं हुआ विलय, अलग-अलग लाइसेंस पर चल रहीं कंपनियां

जमशेदपुर [निर्मल प्रसाद]। टाटा मोटर्स और टीएमएल ड्राइवलाइंस कंपनी के विलय का एलान होने के बाद भी दोनों कंपनियां अब भी अलग-अलग लाइसेंस से संचालित हैं। अब जाकर दोनों कंपनियों के एकल लाइसेंस के लिए कारखाना निरीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया गया है। वर्तमान में टाटा मोटर्स का अपना लाइसेंस है जबकि टीएमएल ड्राइवलाइंस यूनिट ए, यूनिट बी, यूनिट सी और यूनिट डी के अलग-अलग लाइसेंस हैं।

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दैनिक जागरण ने कुछ दिनों पहले इस तथ्य का खुलासा किया था कि विलय की घोषणा के बाद दोनों कंपनिया बिना लाइसेंस के चल रही हैं। इसके बाद दोनों कंपनियों ने अलग-अलग तरीके से अपने पुराने लाइसेंस का ही नवीकरण करा लिया। कारखाना निरीक्षक कार्यालय को विलय की जानकारी दिए बगैर यह काम करा लिया गया। अब जाकर कंपनी प्रबंधन की ओर से एकल लाइसेंस का आवेदन किया गया है।

मिल चुकी है एनसीएलटी की मंजूरी

टाटा मोटर्स, जमशेदपुर प्लांट और टीएमएल ड्राइवलाइंस का जुलाई 2018 में विलय होने का एलान किया गया था। बाद में नेशनल कंपनी लॉ टिब्यूनल (एनसीएलटी) ने इसे मंजूरी भी दे दी थी। कंपनी प्रबंधन ने इस विलय की जानकारी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को भी दी थी। लेकिन कारखाना निरीक्षक कार्यालय से इस बावत जरूरी एकल लाइसेंस नहीं लिया गया। बताते चलें कि टाटा मोटर्स कंपनी अपने जमशेदपुर प्लांट में भारी वाणिज्यिक वाहनों का निर्माण करती है। जबकि उसकी अनुषंगी इकाई, टीएमएल ड्राइवलाइंस उनके लिए एक्सल और गियर तैयार करती है।

कर्मचारियों की संख्या के आधार पर मिलता है लाइसेंस

झारखंड सरकार, कारखाना अधिनियम के अनुसार किसी भी कंपनी को लाइसेंस उसके कर्मचारियों की संख्या, कंपनी में उपयोग होने वाली हॉर्स पावर क्षमता और उपयोग हो रहे डीजी सेट के आधार पर निर्गत किया जाता हैं। टाटा मोटर्स प्रबंधन द्वारा तय नियमों के आधार पर एकल लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी जमशेदपुर कारखाना निरीक्षक कार्यालय को भेजी गई है। जमशेदपुर कार्यालय की अनुशंसा के बाद ही टाटा मोटर्स, जमशेदपुर प्लांट को एकल लाइसेंस निर्गत होगा।


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