रवि प्रकाश हत्याकांड : 55 दिन में 25 लोगों से पूछताछ, फिर भी खाली हाथ Jamshedpur News
परसूडीह के रवि प्रकाश की हत्या के मामले में 55 दिन में पुलिस 25 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। हालांकि अबतक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के परसुडीह के बावनगोड़ा के रवि प्रकाश हत्याकांड का खुलासा एमजीएम पुलिस नहीं कर सकी है। पुलिस का दावा है कि उसने 55 दिनों में 25 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की है। फिर भी पुलिस के हाथ खाली हैं। रवि प्रकाश के कातिल कौन हैं। उसे किसने जेम्को से लाकर एनएच 33 किनारे बड़ाबांकी में बेरहमी से कत्ल कर दिया। लोगों के इस सवाल का जवाब पुलिस के पास नहीं है। घटना को हुए दो महीने गुजर चुके हैं लेकिन, पुलिस के पास घटना का कोई क्लू नहीं है।
परसुडीह के बावनगोड़ा का रहने वाला रवि प्रकाश उर्फ काशी (20) पांच जुलाई से लापता था। पांच जुलाई को दोपहर में मोहल्ले का ही उसका दोस्त उसे घर से बुला कर ले गया था। दोस्त ने परिजनों को बताया था कि उसने रवि को जेम्को में छोड़ दिया था। परिजनों ने रवि के लापता होने की सूचना परसुडीह पुलिस को दी थी। बाद में रवि की लाश एनएच 33 के किनारे बेहद खराब हालत में मिली थी। पत्थर से कूच कर रवि की हत्या करने के बाद कातिलों ने उसके चेहरे को भी बेरहमी से कूच दिया था।
मां को कातिलों के पकड़े जाने का इंतजार
बेटे की लाश देखने के बाद से ही मां किरण देवी के होश हवास गुम हैं। वो अब भी गुमसुम रहती है। बड़बड़ाती है कि जब तक उसके बेटे के कातिल सलाखों के पीछे नहीं जाते उसके दिल को सुकून कहां। जवान बेटा था। भरी जवानी में बेटे को छीन लिया गया।
मोबाइल से भी नहीं मिल रहा क्लू
हत्यारे बड़े शातिर थे। रवि की हत्या करने के बाद वो उसका मोबाइल नहीं ले गए थे। रवि का मोबाइल उसकी लाश मिलने के दूसरे दिन घटनास्थल से मिला था। माना जा रहा है कि इस मोबाइल से पुलिस को हत्यारे का क्लू मिल सकता है। रवि ने लापता होने के दौरान किससे-किससे बात की थी। किसका उस पर फोन आया। क्या बात हुई।