प्रशिक्षण में पानी के तरह बह रहे रुपये
शिक्षा विभाग पहली बार शिक्षकों के प्रशिक्षण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। इसका नाम निष्ठा प्रशिक्षण दिया गया है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराये जाने की योजना है। इसमें करोड़ों रुपये आंख मूंद कर बहाये जा रहे हैं।
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : शिक्षा विभाग पहली बार शिक्षकों के प्रशिक्षण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। इसका नाम निष्ठा प्रशिक्षण दिया गया है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराये जाने की योजना है। इसमें करोड़ों रुपये आंख मूंद कर बहाये जा रहे हैं। 50-50 शिक्षकों का एक-एक बैच बनाया गया है। इसके तहत एक बैच के प्रशिक्षण (50 शिक्षक) पर 70 हजार का खाना और 10 हजार का तेल विभाग फूंका जा रहा है। एक बैच का प्रशिक्षण पांच दिनों का है। इसके साथ ही हर बैच के लिए मानव संसाधन विकास विभाग ने छह अन्य मद में राशि को व्यय कर रहा है।
पूर्वी सिंहभूम की बात करें तो इस जिले में 5800 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक शिक्षक के लिए विभाग ने प्रतिदिन 500 रुपया निर्धारित किया है। यानी एक बैच में एक शिक्षक के लिए 2500 रुपया खर्च विभाग कर रहा है। इसी तरह 5800 शिक्षकों के मद में कुल 1 करोड़ 45 लाख रुपये खर्च किया जायेगा।
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प्रति बैच का कुल खर्च 1.25 लाख रुपये
मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा निर्धारित राशि की बात करें तो एक बैच में कुल 1 लाख 25 हजार रुपये प्रदान किए गए है। राशि को देखकर शिक्षक एवं विभाग भी गदगद है।
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एक बैच के लिए कहां कितनी है निर्धारित राशि
1. प्रोजेक्टर, लैपटॉप, साउंड सिस्टम - 12,000 रुपये प्रति बैच
2. प्रतिभागियों हेतु स्टेशनरी यथा-डायरी, नो पैड, पेन, फोल्डर, बैच इत्यादि - 18,000 रुपये
3. प्रशिक्षण हेतु स्टेशनरी यथा - चार्ट पेपर, मार्कर, स्कैच पेन इत्यादि - 3000 रुपया
4. भोजन व्यवस्था यथा - दो समय चाय, कुकीज, दोपहर का भोजन, शाम का जलपान, चाय सहित इत्यादि - 70,000 रुपये
5. जेनरेटर एवं डीजल - 5000 रुपये
6. प्रशिक्षण स्थल की मरम्मती एवं साफ-सफाई - 5000 रुपये
7. अनुश्रवण हेतु वाहन इत्यादि की व्यवस्था - 5500 रुपये
8. विविध यथा बैनर, स्टडी, दस्तावेजीकरण, फोटो इत्यादि - 5500 रुपये