पेट में मरा बच्चा लिए रातभर तड़पती रही महिला, नहीं पसीजा डॉक्टर का दिल Jamshedpur News
Jamshedpur News. एक महिला पेट में मरा बच्चा लेकर तड़पती रही लेकिन उसे कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया। नतीजा हुआ कि वह रातभर जमीन पर ही पड़ी रही।
जमशेदपुर, जासं। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लापरवाही फिर एक बार सामने आई है। शनिवार की रात से एक महिला पेट में मरा बच्चा लेकर तड़पती रही लेकिन उसे कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया। नतीजा हुआ कि वह रातभर जमीन पर ही पड़ी रही। सुबह इसकी सूचना मिलने पर भाजपा नेता बिमल बैठा मौके पर पहुंचे और उस महिला को बेड पर भर्ती कराया।
एमजीएम थाना अंतर्गत दलदली निवासी सुषमा सिंह (19) घाटशिला के डॉ. ए. पानी से इलाज करवा रही थी। शनिवार की दोपहर अल्ट्रासाउंड कराने पर पेट में ही बच्चा मरने की बात कही गई। इसके बाद महिला को खासमहल स्थित सदर अस्पताल में ले जाया गया। वहां पर डॉक्टर नहीं होने की बात कहते हुए एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। एमजीएम आने पर सुषमा के पति मुकेश सिंह ने महिला एवं प्रसूति विभाग के चिकित्सकों के पास गए और परेशानी को साझा किया। इस दौरान चिकित्सकों ने गंभीरता से न लेकर उसे देखना तक जरूरी नहीं समझा।
हंगामे के बाद मिला बेड
रविवार की सुबह भाजपा नेताओं द्वारा हंगामा के बाद महिला को बेड उपलब्ध कराया गया। शाम में बच्चा निकालने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन रात तक बच्चा वैसे ही पेट में पड़ा रहा। परिजनों का कहना है कि अगर बच्चा की वजह से मां को किसी तरह की परेशानी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। मां की जान पर आफत बन आई है और चिकित्सक देखने तक नहीं आ रहे है। रविवार को बेड मिलने के बाद एक बार भी डॉक्टर देखने तक नहीं आए। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगाते हुए व्यवस्था में सुधार की अपील की। कहा कि ऐसी व्यवस्था में किसी की भी जान आसानी से चली जाएगी।
अस्पताल प्रबंधन कराएगा शिकायत की जांच
घटना की जानकारी मुझे नहीं है। अगर, इस तरह का मामला है तो उसकी जांच की जाएगी। उसके बाद रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मरीजों की बेहतर चिकित्सा देना हमारी प्राथमिकता है।
- डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम।