सभ्य समाज की बुनियाद सिर्फ इल्म से : जाहिदुर्रहमान
करीम सिटी कॉलेज में रविवार को झारखंड ह्यूंमनिटी फाउंडेशन की ओर से शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : करीम सिटी कॉलेज में रविवार को झारखंड ह्यूंमनिटी फाउंडेशन की ओर से शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। इसमें सबसे पहले देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद को श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इसके बाद कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। इसमें पश्चिम बंगाल के डीआइजी जाहिदुर्रहमान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने यहां शिक्षा के संबंध में पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब द्वारा कही गई बात का जिक्र करते हुए कहा कि इल्म के लिये चीन जाना पड़े तो जाओ। तात्पर्य यह है कि सभ्य समाज की बुनियाद सिर्फ और सिर्फ इल्म ही है। इस कन्सेप्ट को मौलाना ने अपनाया और देश की शिक्षा प्रणाली को देशहित के लिये संतुलित आधार दिया।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर याहिया इब्राहिम ने किया। संस्था के अध्यक्ष रियाज शरीफ ने स्वागत भाषण देते हुये वर्तमान शिक्षा प्रणाली के प्रति जागरुकता की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शहर में मुसलमानों ने शिक्षण संस्थान बनाकर शिक्षा प्रदान करने का जो सिलसिला कबीरिया करीमिया आदि स्कूलों को स्थापित करते हुये किया आज अंग्रेज़ी माध्यम की शिक्षा हेतु ये कौम शहर में शिक्षा प्रदान करने में पिछड़ गई है।
विशिष्ट अतिथि मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी जनाब ख्वाजा एम शाहिद साहब ने कहा कि मौलाना आजाद की सोच तक हम पहुंच ही नहीं पांये। ये वह हस्ती हैं जिन्होंने देश के बंटवारे पर शुरू से अंत तक विरोध किया। मौलाना द्वारा रामगढ़ में की गई तकरीर का जिक्र करते हुये बताया कि मौलाना ने कहा अगर फरिश्ता भी आ जाये और कहे अजादी दी जा रही है तो कहूंगा हिंदू-मुस्लिम की एकता पर ही हमारी आजादी होगी। आज हमें मौलाना के बताये गये रास्ते पर चलते हुये तालीम की उन्नति पर काम करने की ज़रूरत है। विशिष्ट अतिथि करीमिया ट्रस्ट के ट्रस्टी जावेद अशफाक करीम ने कहा शिक्षा सिर्फ किताबों से नहीं होती। बेहतर मोहौल जो घर से स्कूल तक देने से ही हम समाज को शिक्षित कर सकते है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रोफेसर लईकुर्रहमान चौधरी, शाह हसन उस्मानी, ईवा शमीम, राशिद जफर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में फाउंडेशन की ओर से अजीज हसनैन, खालिद इकबाल, मो सरताज आलम, आसिफ खान आदि उपस्थित थे।