अफवाह की आग : तीन साल बाद पकडा गया नागाडीह कांड का दो आरोपित, बच्चा चोर की अफवाह में चार लोगों की कर दी गइ थी पीट-पीटकर हत्या
Nagadih Murder Case. जमशेदपुर के बागबे़ड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह में बच्चा चोर की अफवाह में तीन युवक और एक वृद्धा की हत्या मामले में विगत तीन साल से फरार दो आरोपित माही सरदार उर्फ महीम सरदार और रवि भूमिज को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जमशेदपुर, जासं। Nagadih Murder Case झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर के बागबे़ड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह में बच्चा चोर की अफवाह में तीन युवक और एक वृद्धा की हत्या मामले में विगत तीन साल से फरार दो आरोपित माही सरदार उर्फ महीम सरदार और रवि भूमिज को बागबेड़ा थाना के इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों की तलाश लंबे समय से जारी थी।
घटना में दोनों की अहम भूमिका थी। भीड़ को दोनों ने एकत्र किया था। 18 मई 2017 को नागाडीह में हरवे-हथियार से लैस सैंकड़ों की भीड़ ने बच्चा चोर की अफवाह में नागाडीह में जुगसलाई नया बस्ती निवासी विकास वर्मा, गौतम वर्मा, गंगेश की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। युवकों को बचाने की गुहार लगा रही विकास वर्मा और गौतम वर्मा की दादी रामसखी देवी को भी भीड़ ने पीटकर जख्मी कर दिया। जिनकी बाद में टाटा मुख्य अस्पताल में मौत हो गई थी। बहुचर्चित नागाडीह हत्याकांड मामले की सुनवाई अदालत में जारी है। उत्तम वर्मा की शिकायत पर बागबेड़ा थाना में मुखिया राजाराम हांसदा, ग्राम प्रधान जगत मार्डी, सुनील सरदार, डॉ मार्डी, गुलाम सरदार, गोपाल, सुभाष सरदार, बाबू मंडल, गणेश मंडल, लेदा मुर्मू, राजेश टुडू समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिकी बागबेड़ा थाना में दर्ज कराई गई थी।
थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड
बागबेड़ा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी आमिश हुसैन समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। घटना की चर्चा भर करने से परिवार के सिहर जाते हैं। घटना के प्रत्यक्षदर्शी उत्तम वर्मा जिनकी जान बच गई थी। भाइयों को न्याय दिलाने को लेकर प्रधामंत्री, राष्ट्रपति और झारखंड के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई थी।