रेलवे बोर्ड चेयरमैन से सांसद ने की बक्सर तक सीधी रेल सेवा की मांग Jamshedpur News
सांसद विद्युत वरण महतो ने बुधवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद यादव से रेल भवन में मुलाकात कर अपने लोकसभा क्षेत्र की रेलवे संबंधी प्रमुख मांगों को रखा।
जमशेदपुर, जासं। MP demanded Railway Board Chairman for direct railway service to Buxar सांसद विद्युत वरण महतो ने बुधवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद यादव से नई दिल्ली रेल भवन में मुलाकात कर अपने लोकसभा क्षेत्र की रेलवे संबंधी प्रमुख मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
सांसद ने टाटानगर से बक्सर अथवा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक सीधी रेल सेवा की शुरुआत करने की मांग की। इस संबंध में पूर्व में भी अनेक बार किए गए पत्राचार का स्मरण कराया। सांसद ने इस संबंध में तीन सुझाव देते हुए कहा कि टाटा दानापुर एक्सप्रेस, साउथ बिहार एक्सप्रेस व पटना बिलासपुर ट्रेन का विस्तार किया जा सकता है।
भागलपुर के लिए दोबारा रेल सेवा शुरू करने का भी दिया प्रस्ताव
सांसद ने अपने दूसरे ज्ञापन में मांग की कि टाटानगर से भागलपुर तक रेल सेवा का परिचालन पुन: प्ररंभ किया जाए। इस ट्रेन की समय सारिणी गलत होने के कारण यह ट्रेन लोगों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो पाई। अत: सही समय सारिणी से इसे पुन: प्रारम्भ किया जाए अथवा टाटानगर से आसनसोल इंटरसिटी एक्सप्रेस जो सप्ताह में तीन दिन संचालित है, उसे बढ़ाकर टाटानगर से भागलपुर वाया किउल, जमालपुर, सुल्तानगंज भागलपुर तक चलाया जाए।
जलपाईगुड़ी तक मिले रेल सेवा का लाभ
सांसद ने कहा कि टाटा-छपरा एक्सप्रेस में लगने वाली कटिहार लिंक को अलग कर कटिहार जलपाईगुड़ी तक नई रेल सेवा शुरू की जाए। इससे उत्तर बिहार में रहने वालों की एक चिरप्रतीक्षित मांग पूरी हो सकेगी। इसके साथ ही उत्तर पूर्व क्षेत्र के साथ सीधा संबंध स्थापित हो सकेगा। टाटानगर से जयनगर बिहार वाया दरभंगा तक सीधी रेल सेवा शुरू की जाए।
25 वर्षों से हो रही मांग
गत 25 वर्षों से जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले लगभग चार लाख लोग यह मांग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त सांसद विद्युत महतो ने रांची सांसद संजय सेठ, पुरुलिया सांसद च्योर्तिमय महतो, झाडग़्राम सांसद कुनार हेम्ब्रम के हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन सौंपकर दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत चांडिल, बोडाम, पटमदा, काटिन, बंदवान होते हुए झाडग़्राम के लिए नई रेलवे लाइन के निर्माण की स्वीकृति की मांग की। रेलवे बोर्ड के चैयरमैन ने इन मांगों का अपने तकनीकी टीम से अध्ययन कराकर एवं इसकी उपयोगिता संबंधी पहलुओं पर विचार करने के पश्चात समुचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया।