झारखंड के जमशेदपुर के इस छोरे ने बढ़ाया देश का मान, इटली में बजा भारत का डंका
जमशेदपुर के मानगो के गौजनगर के रहनेवाले मोईन ने इटली के वेरोना में आयोजित 38 वें वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ मास्टर टेलर्स इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया और प्रतियोगिता जीती।
जमशेदपुर, जेएनएन। कहते हैं कि निरंतर अभ्यास से कुछ भी संभव है। बस जरूरत है दृढ इच्छाशक्ति की। तभी तो झारखंड के जमशेदपुर का यह छोरा पढ़ाई -लिखाई में फिसड्डी होने के बावजूद अपने हुनर के बूते भारत का डंका विश्व मंच पर बजाने में कामयाब रहा। नाम है मोईन अंसारी। मोईन ने यह साबित किया है कि अच्छे टेलर मास्टर केवल महानगरों में ही नहीं होते, जमशेदपुर जैसे शहर में भी होते हैं।
जमशेदपुर के मानगो के गौजनगर के रहनेवाले मोईन ने इटली के वेरोना में आयोजित 38 वें वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ मास्टर टेलर्स इवेंट में भारत का न केवल प्रतिनिधित्व किया बल्कि प्रतिष्ठित मानीचिनो डी-ऑरो (गोल्डन फिंगर) इवेंट में दूसरा पुरस्कार भी हासिल किया। यह कार्यक्रम वेरोना में 3 अगस्त से 7 अगस्त तक आयोजित था। ग्रैन गार्डिया पैलेस में आयोजित प्रतियोगिता में 22 देशों के 250 से अधिक मास्टर टेलर्स ने भाग लिया। प्रतियोगिता तीन श्रेणियों गोल्डन फिंगर, गोल्डन नीडल एंड थ्रेड (फिटिंग के लिए) और सर्टोरियल फैशन शो (डिजाइन) की थी। मोईन इस साल पुरस्कार जीतने वाले एकमात्र भारतीय रहे। वेरोना इवेंट का टिकट पाने के लिए 28 फरवरी को मुंबई में रेमंड ग्रुप द्वारा आयोजित कौन बनेगा मास्टर स्टाइलिस्ट (KBMS) प्रतियोगिता मोईन ने जीती थी।
अनुभव से किया कमाल
मोईन बताते हैं कि यह उपलब्धि उनके लिए एक सपने की तरह रही। जब उनके विजेता होने की घोषणा की गई तो एकबारगी विश्वास ही नहीं हुआ। मोईन को प्रतियोगिता के दौरान सूट और जैकेट में देखे जाने वाले बटनहोल बनाने के लिए दिया गया था। इस तरह की टेलरिंग में फिनिश सबसे महत्वपूर्ण होती है। मोईन बताते हैं कि उनके प्रतिस्पर्धियों के पास नवीनतम उपकरण थे जो उनके पास नहीं थे। हालांकि, उनके पास अभ्यास की पूंजी थी और इसके बूते टास्क पूरा कर दिखाया।
नहीं लिया विधिवत प्रशिक्षण
बिष्टुपुर में रेमंड शॉप में टेलर मास्टर के रूप में काम करने वाले मोईन ने टेलरिंग का कोई विधिवत प्रशिक्षण नहीं लिया है। हालांकि, टेलरिंग उनका पारिवारिक पेशा रहा है। मोईन ने अपने भाई शमशाद के सानिध्य में टेलरिंग सीखी। बकौल मोईन- फरवरी में कौन बनेगा मास्टर स्टाइलिस्ट प्रतियोगिता में भाग लेने मुंबई गए तो वहां भी बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। यह उनका पहला बड़ा एक्सपोजर था। मोईन इसके लिए अपने सहकर्मियों और रेमंड ग्रुप के आभारी हैं जिनकी वजह से उन्हें बड़ा मंच मिल सका। अब मोईन की चाहत है कि भाई शमशाद को भी इसी तरह का अवसर मिले।