sharmik Special train : अपने घर लौटे हैदराबाद में फंसे कोल्हान के 46 श्रमिक,जताई वापसी की खुशी
sharmik Special train. श्रमिक स्पेशल ट्रेन (sharmik Special train) से कोल्हान के 46 श्रमिक भी लौटे हैं। इनमें पश्चिमी सिंहभूम के 29 और सरायकेला-खरसावां जिले के 17 श्रमिक शामिल हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। कोरोना covid 19 के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी शुरू हो गई है। हैदराबाद से हटिया पहुंची लॉकडाउन के दौरान चली पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन (sharmik Special train) से कोल्हान के 46 श्रमिक भी लौटे हैं। इनमें पश्चिमी सिंहभूम के 29 और सरायकेला-खरसावां जिले के 17 श्रमिक शामिल हैं। हटिया पहुंचने के बाद सबों को जिला प्रशासन ने वाहन से हटिया से जिला मुख्यालय लाया और स्वास्थ्य जांच के बाद सबों को सूखा राशन और गुलाब का फूल देकर घरों को भेज दिया।
पश्चिमी सिंहभूम के 29 श्रमिक मनोहरपुर और गोईलकेरा प्रखंड क्षेत्र के रहनेवाले हैं। हटिया पहुंचने के बाद सबों को वाहनों से शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे जिला प्रशासन के प्रतिनिधि की निगरानी में जिला मुख्यालय चाईबासा लाया गया। यहां संत जवियर स्कूल परिसर में जिला प्रशासन ने पहले सभी की स्क्रीनिंग की। इसके बाद सबों को नाश्ता कराया गया और फिर उनके गांव भेजवाया गया। गोईलकेरा पहुंचे सभी श्रमिक हैदराबाद में एलएनटी में काम करते थे। मनोहरपुर प्रखंड के श्रमिक दो पंचायत डिम्बुली और मनोहरपुर पूर्वी के गांवों के हैं।
सरायकेला पहुंचे 17 श्रमिक, डीसी ने दिया गुलाब का फूल
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लौटे श्रमिकों को घरों को रवाना रवाना करते सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त ए डोड्डे व अन्य अधिकारी।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन से हटिया पहुंचे सरायकेला-खरसावां जिले के 17 श्रमिकों को पहले जिला मुख्यालय सरायकेला लाया गया। यहां की स्वास्थ्य जांच कराई गई। उसके बाद उपायुक्त ए डोड्डे ने सबों को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। लौटे श्रमिक चांडिल,ईचागढ़ और गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र के गांवों के हैं। स्वास्थ्य जांच के बाद सबों को सूखा अनाजदिया गया और वाहनों से घरों को रवाना किया। श्रमिकों ने बताया कि हालांकि, वहां खाने-पीने की दिक्कत नहीं थी, लेकिन संकट की घड़ी में घर-परिवार से दूर रहना साल रहा था। उन्हें घर लौटने की खुशी है।
14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन
जिला मुख्यालय सरायकेला से अपने घरों को रवाना होते हैदाराबाद से आए श्रमिक।
हैदराबाद से लौटे सभी श्रमिक हालांकि, स्वस्थ पाए गए हैं, लेकिन उन्हें अगले 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह हिदायत के साथ दी गई है। सबों को कहा गया है कि यह उनके और परिवार व समाज के लिए जरूरी है। सबों ने कहा कि वे होम क्वारंटाइन की सलाह का पूरी ईमानदारी से पालन करेंगे। श्रमिक लॉकडाउन में चली पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1176 श्रमिक लौटे थे।