एमजीएम में लापरवाही के दो मामले सामने आने पर जांच करने पहुंची टीम
उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दिए जांच के निर्देश। - 70 फीसद झुलसी महिला के बेड से गिरने का मामला
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से लेकर स्वास्थ्य सचिव केके सोन कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सूरत बदलने में भले ही जुटे हैं, लेकिन अस्पताल में लापरवाही का मामला लगातार सामने आ रहा है। गुरुवार को भी लापरवाही के दो मामले सामने आने पर डीसी सूरज कुमार ने गंभीरता से लिया और उन्होंने एडीएम को जांच करने का निर्देश दिया। पहला मामला एक झुलसी हुई महिला की है। 70 फीसद से अधिक झुलसी हुई एक महिला एमजीएम के इमरजेंसी विभाग में भर्ती थी। इसी दौरान बुधवार की रात 1.20 बजे वह अपने बेड से गिर गई और सुबह तक छटपटाती रही। जब परिजनों की नजर पड़ी तो वे डॉक्टर व नर्स को बुलाने गए, लेकिन कोई नहीं आया। इसी तरह, दूसरा मामला सरायकेला का एक युवक का है। वह गुरुवार को अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर आया था। उसकी स्थिति गंभीर थी। उसे भर्ती करने को लेकर युवक बार-बार गुहार लगाते रहा। इन दोनों मामले की जानकारी डीसी सूरज कुमार तक पहुंची तो उन्होंने एडीएम को जांच करने का निर्देश दिया। इस दौरान एडीएम एमजीएम अस्पताल पहुंचे और उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी से इस संदर्भ में विस्तार से जानकारी हासिल किया। रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
1240 लोगों ने ली वैक्सीन की पहली डोज, दस नए मरीज मिले : कोरोना वैक्सीन लेने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को जिले में कुल 1240 लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। जबकि 28 लोगों ने दूसरी डोज ली। जिले में अबतक कुल 20 हजार 162 लोगों ने वैक्सीन लिया है। वहीं, गुरुवार को जिले में कुल एक हजार 999 कोरोना संदिग्ध लोगों की जांच हुई। इसमें दस लोग संक्रमित मिले। अभी तक कुल 18 हजार 184 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, गुरुवार को सात लोग स्वस्थ होकर घर लौटे। इनका इलाज शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में चल रहा था। जिले में फिलहाल 58 एक्टिव केस है।