एक करोड़ 92 लाख की मशीनें खा रहीं जंग
जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर खासमहल स्थित सदर अस्पताल में करोड़ों रुपये की मशीनें जंग खा रहीं हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर खासमहल स्थित सदर अस्पताल में करोड़ों रुपये की मशीनें जंग खा रहीं हैं। एमजीएम में दो व सदर अस्पताल में एक ऑटो एनालाइजर मशीन खराब पड़ी हुई हैं। यह मशीन जापान की कंपनी बेकमैन कोल्टर की है। इस एक मशीन की कीमत करीब 64 लाख रुपये है। यानी कुल तीन मशीन की कीमत एक करोड़ 92 लाख रुपया है, जो बेकार पड़ी हुईं हैं। इस मशीन से 40 तरह की पैथोलॉजी जांच संभव है। मशीन की खासियत है कि एक घंटे में 300 मरीजों की जांच की जाती है। तकनीकी खराबी के कारण ये मशीनें काम नहीं कर रही हैं।
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कुत्ता काटने पर दी जाने वाली दवा तीन माह से नहीं
एमजीएम अस्पताल के पैथोलॉजी सेंटर में कई तरह की जांच ठप है। मधुमेह तक की भी जांच नहीं हो रही हैं। वहीं कुत्ता काटने पर दी जाने वाली इंजेक्शन (एंटी रैबीज) भी बीते तीन माह से नहीं है। जिसके कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। इंजेक्शन मंहगा होने के कारण आर्थिक रुपये से कमजोर मरीज दवा का डोज भी पूरा नहीं करते। इससे रैबीज फैलने की संभावना होती है, जो जानलेवा साबित होता है। एमजीएम अस्पताल में कुत्ता काटने के रोजाना आठ से दस मरीज पहुंचते हैं लेकिन उन्हें इंजेक्शन नहीं मिलता। इसके बाद उन्हें निजी अस्पतालों में जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं होता। एक इंजेक्शन की कीमत करीब 400 रुपये है। कुल चार से पांच इंजेक्शन लेने पड़ते हैं।
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शहर में कुत्तों का आंतक से सभी परेशान
शहर में प्रतिदिन लावारिस कुत्तों का आंतक बढ़ रहा है। दिन हो या रात महिलाएं, बच्चे व नौजवानों को काट कर घायल कर रहे हैं। कुत्तों के कारण दहशत है। रात में कुत्ते बस्ती, कॉलोनी, चौक-चौराहे पर झुंड में जमा हो राहगीरों को परेशान करते हैं। पैदल चलने वालों के साथ ही मोटरसाइकिल सवारों को दौड़ाते हैं। कई बार लोग गिरकर घायल हो जाते हैं। वहीं एमजीएम अस्पताल में दवा नहीं है। इसको लेकर बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने जिलाध्यक्ष बिजय खां एवं कार्यक्रम संयोजक मौलाना अंसार खान के नेतृत्व में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। उपायुक्त की अनुपस्थिति में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर सुबोध कुमार को मांग पत्र सौंपा गया। उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इस समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर रामाश्रय प्रसाद, पीएन झा, सीताराम चौधरी, पुनीता चौधरी, संजय घोष, धर्मेद्र सोनकर, धर्मेद्र प्रसाद, प्रिंस सिंह, एसडी सिंह, सुरेंद्र शर्मा, राकेश साहू, शफी अहमद खान, शहनवाज खान, राजा सिंह आदि शामिल थे।