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व्हील चेयर पर रातभर बैठ तड़पता रहा मरीज

जागरण संवाददाता जमशेदपुर महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रविवार को

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jun 2019 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2019 06:42 AM (IST)
व्हील चेयर पर रातभर बैठ तड़पता रहा मरीज
व्हील चेयर पर रातभर बैठ तड़पता रहा मरीज

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रविवार को दिनभर हंगामा होता रहा। कोई बेड नहीं मिलने से परेशान था तो कोई दवा के लिए चिल्ला रहा था। सुनने वाला कोई नहीं। किसी तरह होमगार्ड के जवान मरीजों को शांत कराते रहे। हंगामा बढ़ता देख साकची पुलिस पहुंची। तब मामला शांत हो सका। यह हाल तब है जब शनिवार को ही स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने को दिशा-निर्देश दिए थे।

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बेटा पकड़ा रहा, पत्नी कागज बनाने को दौड़ते रही, नहीं हुआ इलाज

साकची स्थित अग्रेसन भवन में कपड़ा धोने वाला बदरी रजक को लकवा मार दिया था। उसके दायीं तरफ के हाथ, पैर व मुंह काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद उसे ऑटो से एमजीएम अस्पताल लाया गया। यहां न तो स्वीपर मौजूद था और न ही वार्ड ब्याय। किसी तरह मरीज को उतार कर व्हील चेयर पर बैठाया गया। इसके बाद मरीज की पत्नी दौड़ते हुए इमरजेंसी विभाग के अंदर डॉक्टर रूम में गई तो उसे कागज बनाकर लाने को कहा गया। जब वह कागज बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर पर गई तो उसे मरीज को लाने को कहा गया। मरीज वहां जाने की स्थिति में नहीं था। इस दौरान मरीज को उसके बेटा पकड़े हुआ था और मदद की गुहार लगाता रहा। जब किसी का सहयोग नहीं मिला तो मरीज की पत्नी उसे लाइफ लाइन नर्सिग होम लेकर चली गई।

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इमरजेंसी में बेड मिला न दवा, हंगामा

भालूबासा स्थित हरिजन बस्ती निवासी गणेश मुखी के पेट में तेज दर्द होने पर उसे शनिवार की रात एमजीएम के इमरजेंसी विभाग लाया गया। यहां पर बेड खाली नहीं होने से उसे व्हील चेयर पर बैठा दिया गया। इस दौरान डॉक्टर ने बाहर से दवा लाने को कहा तो परिजन लेकर भी आए। सुबह में दर्द बढ़ा तो डॉक्टर ने चार दवा और बाहर से लाने को लिख दिया। इसे देख परिजन भड़क गए। इसी दौरान मरीज व्हील चेयर से गिर भी गया। इसके बाद परिजनों का आक्रोश बढ़ गया और हंगामा करने लगे। परिजनों का कहना था कि सुबह एक बजे तक बेड नहीं मिल सका है। डॉक्टर बाहर से दवा लाने को कह रहे हैं, उनके पास पैसा नहीं है। मरीज का दर्द बढ़ता जा रहा है। वह क्या करें। नर्स से बेड देने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि वार्ड ले जाने के लिए कोई कर्मचारी नहीं है।

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एमजीएम के इलाज से नहीं हुए संतुष्ट, चले गए टीएमएच

बर्मामाइंस स्थित जय प्रकाश नगर आश्रम निवासी राजीव घोष रविवार को सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। इसके बाद उसे एमजीएम अस्पताल में लाया गया, लेकिन परिजन यहां के इलाज से संतुष्ट नहीं हुए तो उसे टीएमएच ले जाया गया। राजीव घोष सुबह में सैलून गया था, तभी एक इनोवा कार चालक ने धक्का मार दिया। इससे राजीव के ठुड्डी में चोट आई। इसे देखते हुए इनोवा चालक ने खुद ही पहल करते हुए उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, यहां के इलाज से परिजन संतुष्ट नहीं थे। इसके बाद इनोवा चालक पर दबाव बनाकर घायल को टीएमएच ले जाया गया। इस दौरान घायल के परिजन इनोवा चालक से मुआवजा का भी मांग करने लगे। इसे देखते हुए इनोवा चालक ने कहा कि इलाज पर जितना खर्च आएगा वह करने को तैयार है। इस दौरान दोनों तरफ से हंगामा होते रहा।


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