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एमजीएम में ड्यूटी से गायब रहे दो सीनियर डॉक्टर, तड़प-तड़पकर गई मरीज की जान

एमजीएम अस्पताल के सीनियर डॉक्टर अपनी ड्यूटी को लेकर कितने लापरवाह हैं इसकी पोल शुक्रवार को उस समय खुल गई जब अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ. जितेंद्र कुमार व डॉ. एसबी भंट्टाचार्य के ड्यूटी से गायब रहने के कारण एक मरीज की तड़पकर मौत हो गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 07:37 AM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 07:37 AM (IST)
एमजीएम में ड्यूटी से गायब रहे दो सीनियर 
डॉक्टर, तड़प-तड़पकर गई मरीज की जान
एमजीएम में ड्यूटी से गायब रहे दो सीनियर डॉक्टर, तड़प-तड़पकर गई मरीज की जान

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के सीनियर डॉक्टर अपनी ड्यूटी को लेकर कितने लापरवाह हैं, इसकी पोल शुक्रवार को उस समय खुल गई जब अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ. जितेंद्र कुमार व डॉ. एसबी भंट्टाचार्य के ड्यूटी से गायब रहने के कारण एक मरीज की तड़पकर मौत हो गई। मरीज को लू लगने पर दोपहर के करीब सवा दो बजे आनन-फानन में एमजीएम लाया गया था, लेकिन अस्पताल के इमरजेंसी में कोई सीनियर डॉक्टर के नहीं होने के कारण उसका सही से इलाज न हो सका। उस समय डॉ. जितेंद्र कुमार व डॉ. एसबी भंट्टाचार्य की ड्यूटी थी। दोनों के ड्यूटी पर न होने पर जूनियर डॉक्टरों के हाथ-पांव भी फूलने लगे। अस्पताल में बेड भी नहीं थे, इसलिए फर्श पर ही उसे लेटा दिया गया। किसी तरह महिला जूनियर डॉक्टरों ने मरीज को बचाने की कोशिश की, लेकिन वे इसमें असफल रहे। जूनियर डॉक्टरों ने दोनों सीनियर डॉक्टरों को फोन कर बुलाया भी, लेकिन वे नहीं आए। इस कारण मरीज को बचाया नहीं जा सका। मरीज का नाम शमीम अहमद था और वह मानगो के जवाहर नगर रोड नंबर-13 का रहने वाला था। शुक्रवार की दोपहर को वह शालीग्राम स्वीट्स में मिठाई खरीदने के लिए गया था। तभी लू लगने से वह चक्कर खाकर गिर पड़ा और बेहोश हो गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों के न होने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।। गौरतलब हो कि शहर में लू लगने से शहर में यह चौथी मौत है।

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जूनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रहा इमरजेंसी विभाग

एमजीएम अस्पताल का इमरजेंसी विभाग जूनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है। अधिकांश समय सीनियर डॉक्टर गायब रहते है। जिसके कारण अक्सर हंगामे की नौबत आती है। पदाधिकारियों का कहना है कि जूनियर डॉक्टरों के भरोसे इमरजेंसी विभाग नहीं छोड़ा जा सकता। जूनियर सिखने के लिए होते हैं।

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सभी डॉक्टरों को समय पर ड्यूटी आने का आदेश कई बार निर्गत किया जा चुका है। अगर कोई नहीं आता है तो यह गलत है। दोपहर के वक्त इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर नहीं होने की सूचना मिली है।

- डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम।

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